Friday, June 2, 2023

Partition of the country

धर्मों के आधार पर अगर राष्ट्र बनते तो यूरोप ईसाई और अरब मुस्लिम राष्ट्र होते!

भारत का विभाजन दक्षिण एशिया के लिए एक बड़ी त्रासदी था। विभाजन के पीछे मुख्यतः तीन कारक थे– पहला, ब्रिटिश सरकार की फूट डालो और राज करो की नीति, दूसरा, हिन्दू साम्प्रदायिकता, जो भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती...

हिंदू- मुस्लिम एकता के एंबेसडर थे मौलाना आजाद

स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की आज 63वीं पुण्यतिथि है। आज ही के दिन 22 फरवरी, 1958 को मौलाना आजाद हमसे हमेशा के लिए जुदा हो गए थे। शिक्षा के...

पुण्यतिथि: रूह पर चले बंटवारे के नश्तर का नतीजा था मंटो का ‘टोबा टेकसिंह’

सआदत हसन मंटो, हिंद उपमहाद्वीप के बेमिसाल अफसानानिगार थे। प्रेमचंद के बाद मंटो ही ऐसे दूसरे रचनाकार हैं, जिनकी रचनाएं आज भी पाठकों का ध्यान अपनी ओर खींचती हैं। क्या आम, क्या खास वे सबके हर दिल अजीज हैं।...

जन्मदिन विशेषः मौलाना आज़ाद ने कहा था- धार्मिक जुनून से बड़ी कामयाबी नहीं मिल सकती

आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री और मशहूर शिक्षाविद् मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जन्म 11 नवंबर सन् 1888 में अरब के मक्का में हुआ था। मौलाना आजाद की शख्सियत को शब्दों और वाक्यों में परिभाषित करना ऐसा है...

शाहीन बाग की महिलाओं ने बाग के मानी बगावत कर दिया

शहंशाह को बागों से बहुत शिकायत है उसने अपनी डायरी में लिख लिया बाग के माने बगावत हैं @सोनी पांडेय  आज (26 जनवरी, 2020) जब राजधानी के राजपथ पर सैन्य बल के  प्रदर्शन से देश के 70वें गणतंत्र का उत्सव मानाया जा...

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जीडीपी के आंकड़ों में उलझा देश आखिर कब तक बेवकूफ बनाया जायेगा?

भारत में जीडीपी के आंकड़े सरकार और एजेंसियों के लिए एक आश्चर्यजनक उत्साह जगाने वाले हैं। 2022-23 की चौथी...