Tag: police
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अमेरिका में रंगभेद के विरोध में हिंसा की लहर
25 मई को अमेरिका में टेलीविज़न चैनेलों पर एक ऐसा दृश्य बार-बार देखने को मिला जिसके लिए आम अमेरिका वासी मानसिक रूप से तैयार नहीं था। यह हृदय विदारक दृश्य कुछ ऐसा था: एक पुलिस कार के पास एक अश्वेत (काला व्यक्ति) जमीन पर मुँह के बल गिरा है, उसकी गरदन एक पुलिस अधिकारी के…
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एंटी सीएए-पिंजरा तोड़ एक्टिविस्ट देवांगना कलिता 10 दिन में तीसरी बार गिरफ्तार
नई दिल्ली। दिल्ली में स्थित सत्ता की शीर्ष संस्थाओं की नाक के नीचे कानून और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं फिर भी कोई संस्था उस तरफ मुंह करने के लिए तैयार नहीं है। जिस संस्था से किसी पीड़ित को सबसे ज्यादा उम्मीद होती है वह न्यायपालिका ही अब इन सबका हिस्सा बन गयी…
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ख़ास रिपोर्ट: उपेक्षा, बदला, बदहाली, हालाकानी और मौत का नया पता है श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन
सुपौल बिहार के गरीब राय 21 मई को दिल्ली से बिहार जाने वाली श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में बैठे तो तीन दिन बैठे ही रह गए। 21 मई को दिल्ली से छूटी तो 24-25 की दरमियानी रात में पहुंची। इस दौरान तीन जगह चेक अप हुआ। गरीब राय बताते हैं कि वो दिल के मरीज हैं।…
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निशाने पर अब पिंजरा तोड़! दिल्ली पुलिस ने एक्टिविस्ट नताशा और देवांगना को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली। शनिवार 23 मई को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जेएनयू की छात्राओं और पिंजरा तोड़ संगठन की सदस्यों नताशा और देवांगना को फरवरी में हुए उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों में हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी तक ये साफ़ नहीं है कि उन्हें किन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया…
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सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ राजघाट पर धरना दे रहे दर्जन भर से ज्यादा ट्रेड यूनियन नेता गिरफ्तार
नई दिल्ली। राजघाट पर धरना दे रहे केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के नेताओं को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया।इनमें 7 महिलाएं भी शामिल हैं। आज ये सभी नेता और कार्यकर्ता कोविड 19 की आड़ में देश में मजदूरों के अधिकारों पर होने वाले हमलों के खिलाफ घोषित राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन के तहत यहां पहुंचे थे। इन…
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बिहार के एकांतवास शिविरों में बढ़ते हंगामों पर हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
बिहार के एकांतवास शिविरों में बदइंतजामी और हंगामा की घटनाएं लगातार जारी हैं। समय पर भोजन नहीं मिलने और उसके घटिया होने की शिकायत करने वालों को शिविर से निकाल देने की धमकी भी दी गई है। कायदे से हर शिविर में किसी सरकारी कर्मी को तैनात होना है और वरीय पदाधिकारियों को नियमित निरीक्षण…
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जांच एजेंसी और जांच के तौर-तरीके तय करने का हक आरोपी को नहीं
जितने भी प्रभावशाली व्यक्ति हैं या जिनकी राजनीतिक पहुँच है बहुधा अपने खिलाफ दर्ज मामलों में मनोवांछित परिणाम पाने या मामले को लम्बा खींचने के लिए जाँच एजेंसी बदलवा देते हैं और मामला ठंडे बसते में चला जाता है। जिस राज्य की घटना होती है वह यदि अनुकूल नहीं हुई तो आरोपी और पीड़ित दोनों…