स्मृति दिवस विशेष: असद की यादों में सज्जाद ज़हीर
बन्ने भाई उन लोगों में से हैं, जिनका आदमी एहतिराम ही एहतिराम कर सकता है। एक मक़सद के लिए ज़िंदगी सुपुर्द कर देना हर शख़्स [more…]
बन्ने भाई उन लोगों में से हैं, जिनका आदमी एहतिराम ही एहतिराम कर सकता है। एक मक़सद के लिए ज़िंदगी सुपुर्द कर देना हर शख़्स [more…]
हिंदुस्तानी अदब में प्रोफ़ेसर अहमद अली की पहचान ‘अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ’ के संस्थापक सदस्य और ‘अंगारे’ के अफ़साना निगार के तौर पर होती [more…]
9 अप्रैल, प्रगतिशील लेखक संघ का स्थापना दिवस है। साल 1936 में इसी तारीख को लखनऊ के मशहूर ‘रिफ़ाह-ए-आम’ क्लब में प्रगतिशील लेखक संघ का [more…]
बीसवीं सदी में हमारे देश में प्रगतिशील सांस्कृतिक आंदोलन का आग़ाज़ हुआ। इस आंदोलन ने भारतीय साहित्य, कला, रंगमंच और सिनेमा पर निर्णायक असर डाला। [more…]