बहुसंख्यकवादी नैरेटिव को टेका लगाती फिल्में: स्वातंत्र्यवीर सावरकर
फिल्म जनसंचार का एक शक्तिशाली माध्यम है जो सामाजिक समझ को कई तरह से प्रभावित करता है। कई दशकों पहले भारत में ऐसी फिल्में बनी [more…]
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पिछले एक दशक से इस देश की सांस्कृतिक, धार्मिक, और ऐतिहासिक अवधारणाओं को बदलने का लगातार प्रयास हो रहा हैं। जिस तरह से सिर्फ दो [more…]
बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा का एक टॉक शो में बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती की यौनिकता पर हिंसक व घृणित जोक बनाने के मामले में [more…]