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संस्कृति-समाज

व्यंग्य : देवलोक के शहीद

देवराज ने अपने वित्तमंत्री कुबेर तथा देवलोक के सुपर धनाढ्यों के साथ मिलकर प्रजा से ज्यादा से ज्यादा धन उगाहने की नयी-नयी तकनीकों पर गहन [more…]

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संस्कृति-समाज

व्यंग्य : कम्युनिस्टों को रोने दो, उनकी सिसकियां सुनता कौन है !

इस देश में एक ऐसा परिवार है, जो पहले बीपीएल कार्ड रखता था। अब वह बड़े करदाताओं में से एक है। कभी सुना है ऐसा [more…]

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बीच बहस

राजेंद्र शर्मा के तीन लघु व्यंग्य : ‘ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे’

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1. ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे आखिरकार, डोनाल्ड ट्रंप जी की व्हाइट हाउस में वापसी हो गयी। क्यों न होती। आखिरकार, मोदी जी के दोस्त [more…]

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संस्कृति-समाज

हमारा नीरो क़िस्सागो है!

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एक बार की बात है, जम्बूद्वीप में एक राजा था। बड़ा ही किस्सागो। जैसा की चलन है कि हर राजा में कुछ न कुछ विशेष [more…]

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बीच बहस

‘जनता खिलौनों से खेले, देश से खेलने के लिए मैं हूं न!’

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इस बार के ‘मन की बात’ में प्रधानसेवक ने बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे पर देश का ध्यान आकर्षित किया है। बात इतनी महत्वपूर्ण है कि लगा [more…]

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ज़रूरी ख़बर

जो अशोक किया, न अलेक्जेंडर उसे मोशा द ग्रेट ने कर दिखाया!

मैं मोशा का महा भयंकर समर्थक बन गया हूँ। कुछ लोगों की नज़र में वे भले ही कापुरुष हों लेकिन मेरे हिसाब से वे महापुरुष [more…]

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लेखक संस्कृति-समाज

प्रेमचंद के फटे जूते

प्रेमचंद का एक चित्र मेरे सामने है, पत्नी के साथ फोटो खिंचा रहे हैं। सिर पर किसी मोटे कपड़े की टोपी, कुरता और धोती पहने [more…]