इतिहास घटित घटनाओं का यथारूप विवरण है, जिसकी व्याख्या तथ्यों के आलोक में ही संभव है। बुलबुल की सवारी वाली कहानी गढ़ के आप किसी का महिमामंडन भले ही कर लें लेकिन उसे इतिहास के रूप में मनवाने के...
28 मई 2023 वाकई में भारत के इतिहास में एक यादगार दिन के रूप में जाना जायेगा। एक तरफ 20 विपक्षी दलों के विरोध के आह्वान के बावजूद संसद के नये भवन का उद्घाटन कार्य संपन्न किया गया, जिसके...
{‘द्रविड़ मुनेत्र कड़गम’ के संस्थापक और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री सी एन अन्नादुरई ने साप्ताहिक पत्रिका ‘द्रविड़ नाडु’ में 24 अगस्त 1947 को ‘सेंगोल’ शीर्षक से एक लेख लिखा। वे उस पत्रिका के संपादक भी थे। उनका यह लेख...
सेंगोल (राजदंड) को लेकर एक बार फिर से पूरी राजनीति गरम हो गयी है। इस मामले में नेहरू तक को मोदी सरकार इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर बाकायदा बताया...
सरकार का यह दावा, कि यह सेंगोल गवर्नर जनरल माउंटबेटन द्वारा नेहरू को सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर सौंपा गया था, बिल्कुल आधारहीन है। अगर ऐसा किया गया होता तो उसके लिए एक राजकीय समारोह आयोजित किया...
‘राजाजी’, यानि चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के नाती और महात्मा गांधी के पोते राजमोहन गांधी ने कहा है कि गृहमंत्री अमित शाह ने ‘सेंगोल’, यानि राजदंड की ऐतिहासिकता को दिखाने के लिए जो वीडियो दिखाया, वह कलाकारों से अभिनय करा कर...