लखनऊ। 29 मार्च, 2022 को 20 वर्ष के करन व 36 वर्ष के पूरन, दोनों अनुसूचित जाति में आने वाली धानुक बिरादरी के, दिन में साढ़े दस बजे गुलाबनगर, कैम्पबेल रोड स्थित सीवर में घुसे और वहीं फंस गए।...
"अगर सुपरवाइजर नहीं भागता और दूसरे लोगों को मदद के लिए बुला लेता तो आज मेरा भाई करन और पूरन मामा जिंदा होते उन्हें समय पर सीवर टैंक ईलाज मिल गया होता लेकिन उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया...
दलित-आदिवासी
शक्ति मंच (दसम) ने गांधी शांति प्रतिष्ठान, दिल्ली
में 19 अक्टूबर 2019 को सीवर कर्मचारियों पर सुनवाई आयोजित
की। इस जनसुनवाई में सीवर सफाई कर्मचारियों ने अपनी परेशानियों से रूबरू करवाया।
7 मई 2019 को दिल्ली भाग्य विहार, प्रेम नगर (रोहिणी) में...