Tuesday, April 23, 2024

sharnarthi

नॉर्थ ईस्ट डायरी: म्यांमार के शरणार्थियों के लिए भारत ही है आखिरी उम्मीद

साल 2011 में लियान सुआन थांग म्यांमार पुलिस में भर्ती हुए थे। लोकतंत्र समर्थक और नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी की नेता आंग सान सू की को एक साल पहले ही रिहा कर दिया गया था। उनकी रिहाई ने आंशिक...

Latest News

मोदी के भाषण पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं, आयोग से कपिल सिब्बल ने पूछा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'कांग्रेस संपत्ति का पुनर्वितरण करेगी' वाली टिप्पणी पर उन पर निशाना साधते हुए राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल...