टुंडी (धनबाद)। ‘‘शीला दीदी बहुत ही अच्छी हैं, वे हमेशा हम गरीबों व महिलाओं के हित की बात करती थीं। वे बच्चों व युवाओं को पढ़ाई के लिए प्रेरित करती थीं। वे हमेशा कहती थीं कि बिना लड़े आपको...
अगर उनके निजी जीवन को देखें तो कहना गलत नहीं होगा कि शीला संधु सही अर्थों में चुनौती का दूसरा नाम थीं। हिंदी प्रकाशन व्यवसाय को राजकमल प्रकाशन के माध्यम से चरम पर पहुंचानेवाली शीला संधु (24 मई 1924...
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को दिल्ली का बंगला खाली करने का नोटिस मिलने के बाद उनके लखनऊ आने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। राजधानी में एक नजदीकी रिश्तेदार का आवास उनके लिए पहले ही छह महीने...