स्कूल और छात्र के बीच महज मध्यस्थ नहीं है अध्यापक
महामारी ने हमारी सामूहिक सोच को अव्यवस्थित कर दिया है। और यह मान लिया गया है कि दुनिया बिखर चुकी है। मैं खुद से एक [more…]
महामारी ने हमारी सामूहिक सोच को अव्यवस्थित कर दिया है। और यह मान लिया गया है कि दुनिया बिखर चुकी है। मैं खुद से एक [more…]
मेरे एक विद्यार्थी ने पिछले शिक्षक दिवस पर मुझे रामचंद्र गुहा की पुस्तक `गांधीः ईयर्स दैट चेंज्ड द वर्ल्ड 1914-1948’ भेंट करते हुए लिखा `प्रिय [more…]
स्वतंत्र भारत के करीब 74 सालों के इतिहास में अभी तक तीन बार शिक्षा नीति बनाई गई है। 1968,1986 (संशोधित रूप में 1992) और अब [more…]