Sunday, June 4, 2023

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इतिहास की बेईमानी का शिकार हो गया अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ आदिवासी-दलित नायकों का चुहाड़ विद्रोह

अंग्रेजों के विरुद्ध चुहाड़ विद्रोह के नायक रघुनाथ महतो का जन्म पुराने समय के बंगाल के जंगल महल (छोटानागपुर) अंतर्गत मानभूम जिले के नीमडीह प्रखंड के एक छोटे से गांव घुंटियाडीह में हुआ था। उनकी पैदाइशी की तारीख 21...

दंडकारण्य की लड़ाई आज भी लड़ रहे हैं आदिवासी, सलवा जुडूम के 17 साल बाद एक बार फिर पलायन को विवश

“मैंने अभी इंटरमीडिएट परीक्षा पास की है। मैं स्नातक की पढ़ाई करना चाहता हूँ लेकिन मैं कर नहीं पा रहा हूँ। क्योंकि मुझे सर्टिफिकेट नहीं दिया गया। मेरे माता पिता छत्तीसगढ़ में हैं। मैं आंध्र प्रदेश में शरण लिया...

बस्तर: कलेक्ट्रेट का घेराव करने जा रहे आदिवासी ग्रामीणों पर लाठीचार्ज

नारायणपुर (बस्तर)। कलेक्ट्रेट का घेराव करने जा रहे नारायणपुर के आदिवासियों पर भीषण लाठीचार्ज हुआ है। इस लाठीचार्ज में कई आदिवासी गंभीर पूर से घायल हो गए हैं। ये सभी ग्रामीण नारायणपुर और रावघाट माइंस समेत पांचवीं अनुसूची को...

मिर्जापुर: मड़िहान में जीरा भारती बन चुकी हैं दलित-आदिवासियों की आवाज

उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के मड़िहान विधानसभा क्षेत्र में पहाड़ी पर चढ़ते हुए पटेहरा गांव है जहां तमाम मिट्टी के कच्चे घरों में से एक घर जीरा भारती का है, जो पिछले दो दशकों से दलितों औऱ आदिवासियों...

बस्तर में आदिवासी पारंपरिक हथियार भरमार बंदूक को मानते हैं अपना पुरखा

बस्तर (छग)। नक्सल उन्मूलन के नाम पर छत्तीसगढ़ के आदिवासी हमेशा से सत्ता के निशाने पर रहे हैं। कभी उन्हें नक्सली करार देकर मारा जाता है तो कभी सलवा जुडूम का हिस्सा बनाकर नक्सलियों के सामने खड़ा कर दिया...

बस्तर के तमाम जिलों में जारी है आदिवासियों का आंदोलन

पेसा कानून पांचवीं अनुसूची, ग्राम सभा को सही तरीके से पालन करने, पुलिस कैंप खोलने, फर्जी मुठभेड़ जैसे मामलों को लेकर छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल जिलों में सरकार और प्रशासन के खिलाफ़ आंदोलन तेज़ हो गया है। अब देखा...

खरसावाँ:आजाद भारत का जलियांवाला

" हमारे लोगों का पूरा इतिहास गैर-आदिवासियों के अंतहीन उत्पीड़न और बेदखली को रोकने के लिए किए गये विद्रोहों का इतिहास है। मैं आप सब के कहे हुए पर विश्वास कर रहा हूँ की हम लोग एक नए अध्याय...

रिपोर्ट कार्ड: हेमंत सरकार के हो गए दो साल पूरे, पर अनेक वादे अभी भी अधूरे

भाजपा सरकार के जन विरोधी रवैये के विरुद्ध झारखंडियों ने 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार को स्पष्ट जनादेश दिया था। सरकार के कार्यकाल के दो साल पूरे हो गए हैं जिनमें जन अपेक्षा अनुसार कई...

पेसा के स्थापना दिवस पर लगा ‘गुंजा मावा नाटे, मावा राज’ का नारा

रायपुर। पेसा कानून का 25वां स्थापना दिवस धमतरी के नगरी ब्लॉक के ग्राम बोराई में मनाया गया। इस मौके पर पेसा कानून विशेषज्ञ अश्विनी कांगे द्वारा बेहद सरल तरीके से पेसा कानून के बारे में जानकारी दी गयी। पेसा की...

घट नहीं रही हैं झारखंड में पुलिसिया दमन की घटनाएं

झारखंड में मानवाधिकार हनन की घटनाएं लगातार घटती रही हैं। इनमें सबसे चर्चित घटना पश्चिम सिंहभूम जिले के चिरियाबेड़ा गाँव की है जहां 20 आदिवासियों को जून 2021 में CRPF के जवानों ने सर्च अभियान के दौरान बेरहमी से...

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