सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के क्या दिन आ गये हैं?चीफ जस्टिस के पद पर जस्टिस एनवी रमना के बैठने के पहले कोर्ट में इधर तुषार मेहता किसी भी मामले में सरकार की और से खड़े होते थे और पीठ...
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के गुरुवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के आवास पर मुलाकात के लिए जाने की खबर सामने आने के बाद पूरा मामला अब न केवल राजनीतिक रंग लेता जा रहा है बल्कि...
उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या केस की जांच ठीक से होनी चाहिए। यहां हर आदमी कि अपनी अलग राय है। यहां सवाल न्यायाधिकार क्षेत्र का है कि कौन एजेंसी जांच करेगी। महाराष्ट्र पुलिस को ये...
उच्चतम न्यायालय भी सकारात्मक आलोचनाओं का संज्ञान लेता है। यह माना जा रहा था कि प्रवासी श्रमिकों के मामलों का स्वतः संज्ञान लेकर सुनवाई में विभिन्न हाइकोर्ट में चल रहे मामले अपने यहां स्थानांतरित कर लेगा उच्चतम न्यायालय और...
जब भीड़ सड़कों पर ढोर डंगर की तरह भूखी प्यासी चल रही थी तो उच्चतम न्यायालय बिना शपथपत्र के सालिसिटर जनरल तुषार मेहता के फर्जी दावों पर सरकार को क्लीनचिट दे रहा था और नीतिगत निर्णयों में हस्तक्षेप न...
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता अब हाईकोर्ट के न्यायाधीशों को धमकाने पर उतर आये हैं। शायद वे सोच रहे हैं कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस या जस्टिस लोया की संदिग्ध मौत जैसे मामले हैं प्रवासी मजदूरों के, जो मैनेज हो जायेंगे। तुषार मेहता की...
यदि यूपीए-2 सरकार शुरू से ही भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोपों में न घिरी रही होती और टूजी स्पेक्ट्रम, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाले, आदर्श सोसाइटी घोटाला, कोयला खदानों की बंदरबांट और रेलवे में घूसखोरी जैसे कई अहम मामलों में जनहित याचिकाएं न दाखिल की...
नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच गठजोड़ अब एक नये चरण में पहुंच गया है। अभी तक इसको लेकर अंदरूनी फुसफुसाहटें हो रही थीं लेकिन अब यह रिश्ता न केवल खुलकर सामने आ गया है बल्कि मुख्यमंत्री...
विधि क्षेत्रों में सवाल उठ रहा है कि सॉलिसिटर जनरल (एसजी) तुषार मेहता को आखिर गुस्सा क्यों आता है? जनहित याचिकाओं (पीआईएल) पर जब भी मोदी सरकार की जवाबदेही का सवाल उच्चतम न्यायालय में उठता है तब तुषार मेहता भड़क जाते...