Tag: varanasi
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पीएम के संसदीय क्षेत्र में महिलाएं उतरीं सड़क पर, कहा- नहीं पहुंचा किसी भी सरकारी योजना का लाभ
वाराणसी। शास्त्री घाट कचहरी पर गरीब बस्तियों की कामगार महिलाओं ने प्रधानमंत्री से अपने मन की बात कहने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की ओर से किया गया था। महिलाओं के मन की बात कार्यक्रम में मुख्यतः छोटा सीर बस्ती, नासिरपुर की बैजनाथ कालोनी, गणेशपुर कंदवा…
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ग्राउंड रिपोर्ट : स्मार्ट बनारस में विकास की नौटंकी बनकर रह गया है पीएम मोदी का गोद लिया गांव डोमरी
डोमरी, वाराणसी। वाराणसी के सांसद व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में आदर्श गांव बनाने के माफिक डोमरी को गोद लिया था। यह घोषणा स्मार्ट सिटी बनारस के माथे पर काला धब्बा बने बदहाल गांव के लिए किसी लॉटरी से कम न थी। लेकिन, यहां के बाशिंदों को यह एहसास होने में ज्यादा…
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ग्राउंड रिपोर्ट: मानसून की बेरुखी से बर्बादी के कगार पर खड़े हैं चंदौली के किसान
चंदौली\वाराणसी। आया सावन झूम के… अब सिर्फ सिनेमा और समाज में किंवदंती में बनकर रह ही गया है। उत्तर प्रदेश में धान उत्पादन के बड़े हिस्से में शुमार पूर्वांचल के दर्जनों जनपद सूखे की कगार पर खड़े हैं। खेतों में फावड़ा चलाने पर धूल उड़ रही है और आगामी 20 जुलाई तक मूसलाधार बारिश नहीं…
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ग्राउंड रिपोर्ट: डबल इंजन की सरकार में विकास से छिटके बनारस के मुसहर, बदहाली और उपेक्षा में गुजार रहे जीवन
वाराणसी। बेकल उत्साही का एक शेर है… ‘बीच सड़क इक लाश पड़ी थी और ये लिक्खा था भूक में ज़हरीली रोटी भी मीठी लगती है ।’ शायद …..भूख ऐसी चीज ही होती होगी, जिसमें जहरीली रोटी भी मीठी लगती है। बहरहाल, आज भी इंसान की तीन महत्वपूर्ण मूलभूत जरूरतों में रोटी, कपड़ा और मकान है। आपको…
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ग्राउंड रिपोर्ट: पीएम के संसदीय क्षेत्र की एक बस्ती में शौच के लिए परिवारों के हर सदस्य को देने पड़ते हैं 5 रुपये
वाराणसी। बनारस के चौकाघाट पानी टंकी के पास ढेलवरिया रेलवे अंडर के पहले डेढ़ से दो हजार नागरिकों की झोपड़ीनुमा घर-गृहस्थी है। भारत के आजादी के अमृत महोत्सव के पहले यानी सात दशकों से अधिक समय से यहां रह रहे हैं। अपने बाप-दादा की पीढ़ियों के बाद डेढ़-दो हजार लोग यहां रह रहे हैं। समय…
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ग्राउंड रिपोर्ट: मोदी के गृह राज्य ही नहीं चुनावी क्षेत्र में भी नशे का कारोबार परवान पर
वाराणसी। बनारस में साधु-सन्यासी और रिक्शा चालकों द्वारा सेवन किया जाने वाला गांजा, अब आम चलन में आ गया है। जो कभी घाटों पर चोरी छिपे इस्तेमाल किया जाता था, अब खुलेआम हो रहा है। मानों यह ट्रेंड बन गया है। नतीजा सबके सामने है, बनारस में नशेड़ियों की लंबी फौज। इनमें सबसे अधिक संख्या…
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ग्राउंड रिपोर्ट: कुपोषित बच्चों की राजधानी बन गया है पीएम का संसदीय क्षेत्र वाराणसी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कई पोषण-राशन योजनाओं के होने के बाद भी शहर में 55 हजार बच्चे कुपोषित हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें 3,500 बच्चे अतिकुपोषित और इनमें भी एक हजार मासूम गंभीर स्थिति में हैं। अकेले बनारस में हजारों की तादात में मिल रहे कुपोषित बच्चों…
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क्या कोई कह सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी गंभीर और शालीन वक्ता हैं?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए पांचवें चरण के मतदान के बीच 27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र बनारस पहुंचे। वहां उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजनीति में भाषा के गिरते स्तर पर नाराजगी जताई और अपने विरोधियों को खूब आड़े हाथों लिया।…