पटना। आज पटना में सहारा निवेशकों और अभिकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता और आरा से सांसद का. सुदामा प्रसाद ने कहा कि सहारा में फंसे करोड़ों निवेशकों की राशि की वापसी का मुद्दा इंडिया गठबंधन के घोषणा पत्र में प्रमुखता से शामिल कराया जाएगा।
सुदामा प्रसाद ने बताया कि भाकपा-माले ने सहारा पीड़ितों की लड़ाई को संसद से लेकर सड़कों तक मजबूती से लड़ा है। लोकसभा में बार-बार सवाल उठाने के बाद केंद्र सरकार को अब तक 2500 करोड़ रुपये जारी करने पर मजबूर होना पड़ा है। हालांकि यह राशि जरूरत से बहुत कम है, लेकिन यह जनता के संगठित संघर्ष की सफलता का संकेत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद केंद्र सरकार सहारा निवेशकों को उनका पैसा लौटाने में लगातार टालमटोल कर रही है। सरकार ने पोर्टल के जाल में लोगों को उलझा दिया है, जिससे आम निवेशक और अभिकर्ता गहरे संकट में हैं।
सुदामा प्रसाद ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनावों के दौरान जब यह मुद्दा बड़ा जन-सवाल बना, तब वहां कुछ लोगों को पैसे मिलने लगे हैं। लेकिन बिहार में करीब 2.5 करोड़ निवेशकों का पैसा आज भी फंसा हुआ है।
उन्होंने बताया कि पैसे न मिलने के कारण अब तक कई निवेशकों और अभिकर्ताओं ने आत्महत्या कर ली है और उनके परिवार बर्बाद हो गए हैं। इसके बावजूद भाजपा और नीतीश कुमार सरकार की संवेदनहीनता और चुप्पी बेहद शर्मनाक है।
सुदामा प्रसाद ने जोर देकर कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा निर्णायक साबित होगा। सभी सहारा निवेशक, अभिकर्ता और उनके परिवारजन भाकपा-माले और इंडिया गठबंधन के पक्ष में मजबूती से खड़े होंगे और इस जनविरोधी सरकार को सत्ता से बाहर करने का काम करेंगे।
अंत में उन्होंने कहा कि जब तक सहारा निवेशकों का संपूर्ण पैसा वापस नहीं होता, यह लड़ाई जारी रहेगी।
(भाकपा माले की प्रेस विज्ञप्ति।)