संसदीय पैनल के चैयरमेन विनोद सोनकर ने महुआ मोइत्रा से किया अशोभनीय सवाल, महुआ समेत विपक्षी सांसदों ने किया वॉकआउट

Estimated read time 1 min read

नई दिल्ली। लोकसभा की आचार समिति की बैठक में गुरुवार को हंगामा देखने को मिला, जब विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से “अशोभनीय सवाल” पूछने का आरोप लगाया। जो आरोपों के संबंध में मौखिक साक्ष्य देने के लिए पैनल के सामने पेश हुए थे। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी का आरोप लगाया।

विपक्षी सदस्यों को ऐसा प्रतीत हुआ कि सभापति टीएमसी सांसद मोइत्रा से “व्यक्तिगत सवाल” पूछ रहे थे। और समिति के अन्य सदस्यों ने उनसे बार-बार कहा कि ये सवाल “अमर्यादित और महिला सांसद के लिए अपमानजनक” हैं और उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पूछताछ का तरीका अनुचित था।

पता चला है कि विपक्षी सदस्यों ने महुआ की दुबई यात्रा और वहां उनकी बैठकों से जुड़े सवालों पर आपत्ति जताई। अंतत: विपक्षी सदस्य मोइत्रा के साथ बैठक से बाहर चले गये। बाहर जाने वालों में कांग्रेस के उत्तम कुमार रेड्डी और वी. वैथीलिंगम, बीएसपी के दानिश अली, सीपीएम के पीआर नटराजन और जेडी (यू) के गिरिधारी यादव शामिल थे।

गुरुवार को लोकसभा आचार समिति के समक्ष तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने खिलाफ लगाए गए ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ आरोप पर खुद को निर्दोष बताया है। सूत्रों के अनुसार टीएमसी सांसद ने संसदीय समिति को बताया कि यह आरोप वकील जय अनंत देहाद्राई की दुश्मनी से प्रेरित है, क्योंकि उन्होंने उनके साथ अपने व्यक्तिगत संबंध तोड़ दिए थे।

सूत्रों ने कहा कि लोकसभा की आचार समिति के समक्ष उनके बयान का एक बड़ा हिस्सा देहाद्राई के साथ उनके निजी संबंधों के बारे में था। क्योंकि वह अपने ऊपर लगे आरोपों के लिए देहाद्राई को दोषी ठहराती नजर आईं।

देहाद्राई की दलील का हवाला देते हुए, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत किया कि महुआ सदन में सवाल पूछने के लिए पैसा लेती हैं। जिन्होंने मामले को आचार समिति को भेज दिया। निशिकांत ने आरोप लगाया था कि सदन के हालिया सत्र के दौरान महुआ मोइत्रा द्वारा पूछे गए 61 सवालों में 50 अडानी से संबंधित था।

मोइत्रा पर एक दुबई में रहने वाले प्रसिद्ध भारतीय व्यापारिक परिवार के सदस्य दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत और उपहार के बदले में व्यवसायी के आदेश पर सवाल पूछने का आरोप लगाया गया है। जो महुआ मोइत्रा के लोकसभा के सरकारी ईमेल और पासवर्ड के माध्यम से दर्ज किए गए थे।

मीडिया को अपनी टिप्पणी में, मोइत्रा ने स्वीकार किया है कि उन्होंने अपने लॉग-इन क्रेडेंशियल्स हीरानंदानी के साथ साझा किए थे, जिन्हें उन्होंने लंबे समय से अपना करीबी दोस्त बताया है, लेकिन उन्होंने किसी भी आर्थिक लाभ से इनकार किया है और कहा है कि सवाल हमेशा उनके थे।

तृणमूल कांग्रेस सांसद ने दावा किया है कि अडानी समूह की उनकी तीखी आलोचना के कारण “फर्जी” आरोपों के पीछे अडाणी समूह का हाथ है।

इससे पहले मंगलवार को महुआ ने दिल्ली हाई कोर्ट में अपने प्रति झूठे अफवाह को लेकर मीडिया में प्रसारण पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर किया था। महुआ मोइत्रा ने मानहानिकारक कंटेंट प्रसारण के खिलाफ याचिका में मीडिया हाउस को घेरा, और साथ में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और देहाद्राई के खिलाफ भी मुकदमा दायर किया था।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

+ There are no comments

Add yours

You May Also Like

More From Author