amit shah bhupesh

आयकर छापेमारी के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्र आमने-सामने, पुलिस ने की अफसरों की गांड़ियां जब्त

रायपुर। रायपुर के प्रथम नागरिक एजाज ढेबर, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया, पप्पू भाटिया, आईएएस अनिल टूटेजा, रेरा के चेयरमैन विवेक ढांड, गुरुचरण होरा, संध्या संचेती, कमलेश जैन और आबकारी विभाग के ओएसडी अरुण पति त्रिपाठी के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की है।

कार्रवाई में सीआरपीएफ के जवान शामिल 

बड़ी बात यह है कि इस कार्रवाई में आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ पुलिस को दूर रखा है और सीआरपीएफ के 200 से अधिक जवानों को लगाया है। अचानक हुई इस कार्रवाई से राजनीतिक और कारोबारी जगत में हडक़ंप मचा हुआ है। इसके कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।

सूची में 264 लोगों के नाम शामिल 

सूत्रों की मानें तो विभाग ने कई दिन पहले से इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। तैयारी में जो इनपुट्स मिले उसके आधार पर कार्रवाई की गई है। सूत्रों का यह भी दावा है कि छत्तीसगढ़ से 264 लोगों की सूची आयकर विभाग ने तैयार कर रखी है। उनका मानना है कि इनके यहां बड़े पैमाने पर आयकर की हेराफेरी की गई है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने कहा था कि पूरी सूची उन्होंने अपने फील्ड अफसरों को दे दिया है। जिन लोगों के नाम उस सूची में हैं उनसे टैक्स वसूलने की कार्रवाई की जा रही है। मालूम हो कि इसके पहले रायपुर के लक्ष्मी मेडिकल ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की थी। करीब 4 दिन चली इस कार्रवाई में करीब साढ़े सात करोड़ रुपए लक्ष्मी मेडिकल ग्रुप ने आयकर विभाग को सरेंडर किए हैं।

छत्तीसगढ़  की ” रजिया सुलतान ” जो बहुत सौम्य छवी रखती हैं, छापे के शिकंजे से बचने के लिए कल नेहरू नगर अपने आवास  पर ना जाके रात भर सचिवालय व मुख्यमंत्री आवास से फाईलें इधर उधर करने में लगी रहीं !

विश्वस्त सूत्र बतलाते हैं कि छापे में भारी मात्रा में नगदी के अलावा विदेशी मुद्रा बरामद की गई है।बेनामी जमीनों तथा अन्य संपत्तियों के दस्तावेज़।एक डायरी जिसमें बांटे जा रहे काले धन का विवरण नामों सहित है। हार्ड डिस्क जिसमें कॉल डिटेल्स हैं। हवाला गांजा सट्टे के कारोबार का सम्पूर्ण विवरण के अलावा अवैध हथियार तथा बिना बिलिंग के भारी मात्रा में इम्पोर्टेड सामान। विदेश यात्राओं का डिटेल तथा वहां पर किये गए हेवी इन्वेस्टमेंट का सबूत। देश भर में CAA NRC के विरोध के लिए प्रतिबंधित संगठनों को की गई फंडिंग का डिटेल।

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