नीट के बाद अब नेट की परीक्षा में भी धांधली, कांग्रेस ने कहा-पेपर लीक सरकार है मोदी सरकार

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नई दिल्ली। यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार को पेपर लीक सरकार करार दिया है। इसके साथ ही पूछा है कि क्या अब शिक्षा मंत्री इसकी जिम्मेदारी लेंगे? 

कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा यूजीसी नेट परीक्षा के रद्द होने के बाद सरकार पर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने जिम्मेदारी सुनिश्चित करने की मांग की है।

एक्स पर लिखे गए एक पोस्ट में खड़गे ने कहा कि “नरेंद्र मोदी जी आप परीक्षा के बारे में बहुत चर्चा करते हैं। लेकिन आप नीट परीक्षा पर चर्चा कब करेंगे। यूजीसी-नेट परीक्षा का रद्द होना लाखों छात्रों के इच्छा की जीत है।” उन्होंने आगे कहा कि यह मोदी सरकार का अहंकार है जिसके जरिए उन्होंने हमारे युवाओं के भविष्य को बिल्कुल गलत तरीके से रौंदने का प्रयास किया है।

खड़गे ने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने पहले कहा कि कोई भी नीट की परीक्षा लीक नहीं हुई है लेकिन जब बिहार, हरियाणा और गुजरात में शिक्षा माफियाओं की गिरफ्तारी हुई तो उसके बाद मंत्री ने स्वीकार किया कि कुछ घोटाला हुआ है।

उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि नीट परीक्षा कब रद्द होगी। कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। पार्टी ने कहा कि कल यूजीसी-नेट की परीक्षा देश के विभिन्न शहरों में आयोजित की गयी थी। आज पेपर लीक की आशंका को देखते हुए उसे रद्द कर दिया गया। पहले नीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब यूजीसी नेट पेपर। पार्टी ने कहा कि मोदी सरकार पेपर लीक सरकार बन गयी है।

प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी सरकार का भ्रष्टाचार और कमियां नौजवानों के लिए बेहद खतरनाक हैं।

उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा में घोटाले की खबरों के बीच अब 18 जून को संपादित हुए नेट एग्जाम को भी रद्द कर दिया गया है। ऐसा अनियमितता की आशंकाओं को देखते हुए किया गया है। क्या अब जवाबदेही फिक्स की जाएगी? इस कमी के लिए क्या शिक्षा मंत्री जिम्मेदारी लेंगे। 

बताया जा रहा है कि ऐसा गृहमंत्रालय को मिली परीक्षा में धांधली की रिपोर्ट के आधार पर किया गया है। इस परीक्षा में तकरीबन 9 लाख छात्र बैठे थे। और यह देश के 317 शहरों में आयोजित की गयी थी। गृहमंत्रालय को यह रिपोर्ट मिली थी कि परीक्षा की अक्षुण्ता संदिग्ध है। दिलचस्प बात यह है कि यह परीक्षा भी वही एनटीए आयोजित करती है जिसने नीट का आयोजन किया था। इस घटना के बाद एनटीए की पूरी ईमानदारी पर ही सवाल खड़ा हो गया है। नीट की परीक्षा के मामले में यह पहले से ही सवालों के घेरे में है। 

परीक्षा के बाद मंगलवार की शाम को यूजीसी के चेयरमैन जगदेश कुमार ने ट्वीट कर कहा था कि एनटीए ने सफलतापूर्वक जून 2024 के यूजीसी नेट परीक्षा को संपन्न करा लिया। हालांकि उसके बाद जगदेश कुमार मीडिया कर्मियों के फोन का कोई जवाब नहीं दे रहे हैं।

मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर के तहत काम करने वाली नेशनल साइबरक्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट ने यूजीसी नेट परीक्षा पर नकारात्मक रिपोर्ट दी थी। हालांकि बयान में यह स्पष्ट तौर पर नहीं बताया गया है कि परीक्षा में किस तरीके से गड़बड़ी की गयी। सूत्रों का कहना है कि अनियमितता कुछ परीक्षा केंद्रों पर देखी गयी।

परीक्षा सभी 908580 अभ्यर्थियों की रद्द की गयी है इसका मतलब है कि पहले दो पेपर सभी परीक्षार्थियों के लिए जरूरी थे उसमें यह गड़बड़ी पायी गयी है।  

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