यूपी कानपुर में गैंगरेप की शिकायत करने वाले पिता की अस्पताल के सामने ट्रक से कुचलकर मौत

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाने वाली एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के पिता की अस्पताल के सामने एक्सीडेंट में मौत हो गई है, जबकि वो अपनी बेटी का मेडिकल इक्जामिन कराने के लिए लेकर आये थे। पीड़ित परिवार इसे हत्या बता रहा है। पीड़िता के बाबा ने बुधवार को एक मीडिया बयान में कहा है कि उनके बेटे की हत्या हुई है और पुलिस भी इसमें शामिल है। इससे पहले पीड़िता के परिवार के एक और सदस्य ने बताया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं। बता दें कि नाबालिग पीड़िता के पिता की शिकायत पर ही मंगलवार को पुलिस ने सामूहिक बलात्कार और आपराधिक तौर पर धमकाने का मामला दर्ज किया था।

वहीं सामूहिक बलात्कार के मुख्य आरोपियों के पिता सब इंस्पेक्टर हैं और पड़ोसी जिला कन्नौज में तैनात है। जबकि उत्तर प्रदेश में इस समय पुलिस राज चल रहा है। 

कानपुर शहर के सजेती इलाके की बीबीपुर गांव की आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग बच्ची के साथ 8 मॉर्च सोमवार को बलात्कार किया गया था। सामूहिक बलात्कार के आरोप के दो दिन बाद यानि आज बुधवार को एक अस्पताल के सामने उसके पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इस अस्पताल में पीड़िता को मेडिकल के लिए लाया गया। 

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ब्रजेश श्रीवास्तव ने मीडिया को दिये बयान में कहा है कि “नाबालिग लड़की सोमवार को मवेशियों के लिए चारा लाने गई थी तब उसे आरोपियों ने अगवा कर लिया और किसी अज्ञात स्थान पर ले गये जहां उन्होंने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। लड़की ने किसी तरह घर पहुंचकर आप बीती परिवार वालों को सुनायी, जिसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस घटना के सिलसिले में दीपू यादव, उसके भाई सौरभ यादव और दोस्त गोलू यादव के खिलाफ़ मामला दर्ज किया गया है। जबकि तीसरे आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए पांच टीम बनायी गयी है। 

पुलिस की भूमिका पर सवाल

पीड़िता के परिजनों द्वारा कानपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पीड़ित परिजनों कहना है कि जबसे गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ है, तब से उन्हें आरोपियों के परिवार द्वारा धमकाया जा रहा है और पुलिस इसमें उनका साथ दे रही है।

पीड़िता के बाबा ने बुधवार को एक मीडिया बयान में कहा है कि उनके बेटे की हत्या हुई है और पुलिस भी इसमें शामिल है। इससे पहले पीड़िता के परिवार के एक और सदस्य ने बताया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं। जैसे ही हमने शिकायत दर्ज करवाई, मुख्य आरोपी के बड़े भाई ने धमकाना शुरू कर दिया, उसने हमसे कहा कि बचके रहना, मेरे पिता सब इंस्पेक्टर हैं।

बुधवार सुबह एक वीडियो बयान जारी करके कानपुर पुलिस प्रमुख डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया, ‘जब (पीड़िता का) मेडिकल परिक्षण चल रहा था तब उसके पिता चाय पीने के लिए बाहर निकले थे। उस समय हमें मालूम चला कि उनका एक ट्रक से एक्सीडेंट हो गया है। उन्हें कानपुर के एक अस्पताल ले जाया गया लेकिन वे दम तोड़ चुके थे। हमने एक्सीडेंट का मामला दर्ज कर लिया है और जांच चल रही है।

वहीं कानपुर के डीएम ने पीड़ित परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा राशि ज़मीन पट्टा देने की घोषणा की है। 

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