‘अपरूपा’ : भारतीय क्रांति का अकल्पित दुःख 

कुछ किताबें ऐसी होती हैं, जिन्हें बिना रोये पढ़ना बहुत मुश्किल होता है। ऐसी ही एक किताब पढ़ी ‘अपरूपा’। हरेक…

नहीं रहे जौनपुर के रसूल हमजातोव

‘मेरा दागिस्तान’ से जो रिश्ता रसूल हमजातोव का है, वही अजय कुमार का जौनपुर से है। यह शहर, इसके गांव-कस्बे, गलियां-चौराहे,…

अफ्रीका को मिल गया है इब्राहिम ट्रौरे के रूप में अपना नायक

अफ्रीका की जो तस्वीर हमारे दिलोदिमाग में अंकित है, उसमें 90% योगदान पश्चिमी मीडिया का है। भारत में एक आम…

राजीव गांधी: वक़्त की तहज़ीब को मानी देने वाला नाम

कुछ लोग तारीख़ बनाते हैं, और कुछ लोग तारीख़ बन जाते हैं। राजीव गांधी उन चंद शख़्सियतों में से थे…

हिफ़ाज़त का रंग न मज़हब देखता है, न जात – ऑपरेशन सिंदूर की गवाही

कुछ लम्हे अल्फ़ाज़ नहीं मांगते, वो ख़ुद तहरीर बन जाते हैं। ऑपरेशन सिंदूर भी ऐसा ही एक लम्हा था- जब…

भारत ने पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया

नई दिल्ली। भारत ने आज पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ ठिकानों पर हमला किया, जिनका उद्देश्य वहां…

किताब की समीक्षा: वियुक्का यानि अनजान दुनिया की एक नई समझ

विरसम द्वारा प्रकाशित और पी अरविंद और बी अनुराधा द्वारा संपादित किताब ‘वियुक्का’ जिसका गोंडी में अर्थ है ‘सुबह का…

पहलगाम हमला: कुछ सवाल जिनके जवाब मिलने जरूरी हैं?

इस देश को नरपिशाचों का देश बनाने की तैयारी शुरू हो गयी है। अब यहां नागरिक नहीं होंगे। न ही…

पहलगाम के बाद धैर्य और व्यवहारिकता नई दिशा के प्रमुख सूत्र होंगे

पहलगाम के पास बैसारन घास के मैदान में हुआ हमला, जिसमें कम से कम 27 पर्यटक और एक स्थानीय निवासी…

जहां मोहब्बत के फूलों को नफ़रत की गोलियों से रौंदा गया- पहलगाम की रूह रोती रही

बर्फ़ से ढकी वादियां, झीलों की तह में छुपे नर्म जज़्बात, और हवा में घुली सुकून की सरगोशियां- कश्मीर की…