बता दें कि मथुरा से पूर्व भाजपा सांसद तेजवीर सिंह बलदेव, विधानसभा के गांव पटलौनी गांव जन चौपाल करने पहुंचे थे। उनकी सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के जवान तैनात किये गये थे। लेकिन उनके गांव पहुंचते ही गांव के नाराज़ किसानें ने भाजपा वापिस जाओ, नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरु कर दिये। इस दौरान पूर्व सांसद के काफिले पर पथराव भी किया गया जिसमें उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया। बीजेपी के 06 कार्यकर्ता घायल भी हुये हैं।
इससे पहले नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का भी उत्तर प्रदेश के शामली और मुज़फ्फ़रनगर में विरोध किया गया था। बता दें कि 21 फरवरी को विरोध का सामना करना पड़ा था।
शामली जिले के भैंसवाल गांव में खाप चौधरियों ने भाजपा प्रतिनिधि मंडल में शामिल केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह समेत कई भाजपा नेताओं से मिलने तक से इनकार कर दिया। गांव में एकत्र किसानों ने बालियान और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों ने नारा लगाया ‘पहले तीनों कानून वापस कराओ, फिर गांव में आओ। इतना ही नहीं किसानों से बातचीत करने जा रहे भाजपा नेताओं का ग्रामीणों ने ट्रैक्टर लगाकार कई जगह काफिला रोक दिया और भाजपा मंत्रियों के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए थे।
इसके बाद 22 फरवरी को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के ऐतिहासिक सोरम गांव में एक नजदीकी राजबीर की रस्म पगड़ी में शामिल होने पहुंचे थे। वहां मौजूद किसानों ने उनका विरोध करना शुरु किया तो उनके साथ मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किसानोंपर हमला कर दिया था।
वहीं हरियाणा और पंजाब में भी भाजपा नेताओं को जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब में तो दुकानदारों ने बोर्ड लगा रखा है जिसमें लिखा है हम किसान भाइयों के साथ खड़े हैं, भाजपा भक्त आर नाट अलाउ।
01 जनवरी शुक्रवार को पंजाब के होशियारपुर में भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद के घर का गेट खोलकर कुछ युवकों ने अंदर गोबर से भरी ट्राली पलट दी और नारेबाजी की।
वहीं 10 जनवरी को हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के किसान पंचायत कार्यालय से ठीक पहले प्रदर्शनकारियों ने रैली के लिए बना मंच तोड़ दिया। इतना ही नहीं भीड़ ने यहां बनाए गए हेलीपैड क्षेत्र को भी तहस-नहस कर दिया। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल के पास रखी गईं कुर्सियों और वहां लगे फर्नीचर को भी तोड़ दिया गया था।
जबकि अभी कुछ दिन पहले ही जेजेपी(JJP) विधायक ने कहा था कि अब किसानों के बीच में जाने से डर लगता है। जेजेपी (JJP) को भाजपा सरकार से समर्थन वापिस ले लेना चाहिए। बता दें कि हरियाणा के नाराज़ किसानों ने कई बार हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी घेरा है। इतना ही नहीं की भाजपा सांसदों को भी किसानों ने घेरकर उनके खिलाफ़ नारेबाजी की है।