तीन अनफिट खिलाड़ियों को टीम इंडिया में शामिल करने का मुजरिम कौन ?

विराट कोहली एंड कंपनी की टी20 विश्व कप 2021 में लगातार दूसरी हार ने चेतन शर्मा की अगुआई वाली चयन समिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यही नहीं बीसीसीआई द्वारा कोच के अलावा मेंटोर के रूप में महेंद्र सिंह धोनी को टी20 विश्व कप में शामिल करने पर भी सवाल खड़े हो गये हैं।उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप से बीसीसीआई के संविधान में जरुर सुधार हुआ है पर यह एक पंजीकृत सोसायटी है जिसका प्रबन्धन स्वतंत्र हाथों में है।दरअसल यह राजनेताओं, कार्पोरेट्स और उनके पाल्यों का चारागाह बनकर रह गया है।इसके द्वारा चुनी गयी टीम में जो भारत का प्रतिनिधित्व करती है सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के बजाय क्षत्रपों के चहेतों का चयन होता है जो खेल के मैदान में भी अपने क्षत्रपों के हितों के अनुरूप खेलते हैं,फिर चाहे पराजय ही क्यों न हो जाय।

भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे से ही राजनीति का शिकार हो गयी थी।टीम के दो मूर्धन्य बल्लेबाज चेतन पुजारा और आंजिंक्य रहाणे लगातार फ्लॉप चल रहे थे ,रोहित शर्मा की कप्तान बनने कि महत्वाकांक्षा किसी से छिपी नहीं है,ऐसे में टीम इंडिया का प्रदर्शन आशा के अनुरूप नहीं हो प रहा था।लगातार खबरें प्लांट हो रही थीं कि रवि शास्त्री को कोच से हटाया जायेगा और विराट कोहली कि कप्तानी भी जाएगी।इस बीच टी20 विश्व कप कि टीम कि घोषणा कर दी गयी।ऐसे खिलाड़ियों का चयन किया गया जिससे साफ हो गया कि विराट और रवि शास्त्री कि जोड़ी को किनारे लगाया जाना तय है।विराट ने बिना विलम्ब किये घोषणा कर दी कि वे टी20 विश्व कप के बाद टी20 कि कप्तानी नहीं करेंगे।आंतरिक बिखराव के साथ टीम इंडिया खेल रही है और परिणाम सबके सामने है।

टी20 विश्व कप में घटिया टीम चयन और आंतरिक राजनीति के कारण भारतीय टीम को पाकिस्तान के बाद न्यूजीलैंड ने भी जमकर धोया है।टीम इंडिया की नाकामियों पर अगर नजर डालें तो शुरुआती दो मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने विपक्षी टीम के 20 में से सिर्फ 2 विकेट ही झटक पाए। यही नहीं बल्लेबाजों का भी यही हाल रहा। टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज रन के लिए जूझते नजर आए हैं। बीसीसीआई सचिव जय शाह के मुताबिक उन्होंने यूएई में धोनी से मेंटॉर बनने के लिए बात की थी और वो तैयार हो गए।तो अबतक धोनी की क्या भूमिका रही जय शाह ने नहीं बताया।

इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या, वरुण चक्रवर्ती और अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को लेकर भी है। भारतीय चयनकर्ताओं ने अनफिट हार्दिक पंड्या को विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए क्यों चुना? टी20 विश्व कप के पहले दिन से ही हार्दिक पंड्या के शामिल होने से टीम का संतुलन बिगड़ गया।हार्दिक को अन्य ऑलराउंडर्स की जगह तरजीह दी गई। भारतीय टीम ने अभी तक जो दोनों शुरुआती मुकाबले खेले उसमें उसकी प्लेइंग इलेवन पूरी तरह से असंतुलित दिखाई दी। यही नहीं हार्दिक पंड्या को लाइन-अप में शामिल करने के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट ने कई समझौते किए बावजूद इसके पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय सेलेक्टर्स एक अनफिट खिलाड़ी को चुनने के बजाय एक फिट ऑलराउंडर की पहचान क्यों नहीं कर सके। इसी का नतीजा रहा कि टीम इंडिया को अब सेमीफाइनल में पहुंचने के लाले पड़ गए हैं या यूं कहें की भारतीय टीम अंतिम 4 की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी है। कोई करिश्माई प्रदर्शन ही अब उसे सेमीफाइनल में पहुंचा सकती है।

भारतीय सेलेक्टर्स और टीम टीम मैनेजमेंट को जवाब देना होगा कि क्या स्पिनर वरुण चक्रवर्ती फिट थे? मिस्ट्री बोलर कहे जाने वाले वरुण शुरुआती दो मुकाबलों में थके हुए दिखाई दे रहे थे। वरुण के साथ लंबे समय से फिटनेस की समस्या रही है। आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपटिल्स के खिलाफ क्वॉलिफायर 2 के दौरान चोटिल होने के बाद वह पूरी तरह से फिट नहीं थे। बावजूद इसके उन्हें टीम में जगह दी गई और इस गेंदबाज को ‘ट्रंप कार्ड’ तक बताया गया। लेकिन वरुण उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके।

क्यों अनुभवी पेसर भुवनेश्वर कुमार को अंतिम एकादश में शामिल किया गया जो आधे अधूरे फिट थे। भुवी भारत में आयोजित आईपीएल 2021 के पहले हाफ में भी फॉर्म से जूझ रहे थे। हालांकि उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ ड्रॉप कर दिया गया। भुवी पाकिस्तान के खिलाफ अन्य पेसर्स की तरह फ्लॉप रहे। डेथ ओवर्स के स्पेशलिस्ट कहे जाने वाले भुवनेश्वर यूएई में आयोजित आईपीएल 2021 के दूसरे चरण में भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाए थे और उन्हें सिर्फ 3 विकेट से संतोष करना पड़ा था।

अनुभवी लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को टी20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड से क्यों बाहर रखा गया? इनफॉर्म चहल ने आईपीएल 2021 में कुल 18 विकेट लिए थे। चहल इस सीजन सर्वाधिक विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाजों में ज्वाइंट रूप से टॉप पर थे। टी20 इंटरनैशनल में चहल के नाम भारत की ओर से सबसे अधिक विकेट लेने का रेकॉर्ड दर्ज है। बावजूद इसके चहल की जगह युवा राहुल चाहर को तरजीह दी गई। मुंबई इंडियंस की ओर से आईपीएल खेलने वाले चाहर का यूएई लेग में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। दिलचस्प बात तो यह है कि चाहर अभी प्लेइंग इलेवन से बाहर हैं।

आईपीएल 2021 में 500 से अधिक रन बनाने वाले ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन को टी20 विश्व कप के लिए नजरअंदाज कर दिया गया। मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा आईपीएल के 14वें एडिशन में यूएई में पूरी तरह फ्लॉप रहे। उन्हें बैटिंग ऑर्डर में नीचे भेजा गया। दबाव में ईशान किशन  से ओपनिंग करवाई गई। आईपीएल 2021 में 600 प्लस स्कोर करने वाले पंजाब किंग्स के कप्तान केएल राहुल  भी टी20 विश्व कप में अब तक नाकाम रहे हैं। आईपीएल के अलावा अंतर्राष्ट्रीय टी20 मैचों में केएल राहुल का प्रदर्शन फ्लॉप रहा है। सूर्य कुमार यादव भी फ्लॉप रहे। 

पावरप्ले में विकेट दिलाने में माहिर तेज गेंदबाज दीपक चाहर को टी20 विश्व कप में स्टैंड बाय खिलाड़ी चुना गया। चाहर वही गेंदबाज हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल जुलाई में शानदार प्रदर्शन कर सबको प्रभावित किया था। चाहर आईपीएल 2021 में चेन्नई सुपर किंग्स को पावरप्ले में हमेशा विकेट दिलाते रहे हैं। मौजूदा विश्व कप में देखें तो भारतीय गेंदबाज पावरप्ले में अभी तक महज एक विकेट ही ले पाए हैं।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने चेतन शर्मा, एबे कुरुविला और देवाशीष मोहंती को चयन समिति में शामिल किया है। इस तरह से इस चयन समिति में अब सभी गेंदबाज हो गए हैं जिसमें चार तेज गेंदबाज हैं और एक स्पिनर।इस प्रकार भारतीय क्रिकेट टीम के चयन की जिम्मेदारी पांच गेंदबाजों के हाथों में है । बीसीसीआई की  पांच सदस्यों वाली चयन समिति में एक भी विशुद्ध बल्लेबाज नहीं है।

बीसीसीआई की अहमदाबाद में हुई 89वीं वार्षिक आम सभा (एजीएम) के दौरान मदन लाल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज चेतन शर्मा को सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया। उनके साथ ही इस चयन समिति में एबे कुरुविला और देबाशीष मोहंती को भी जगह मिली है।पूर्व तेज गेंदबाजों चेतन, कुरुविला और मोहंती के अलावा पांच सदस्यीय इस चयनसमिति के दो अन्य सदस्य बायें हाथ के स्पिनर सुनील जोशी और पूर्व तेज गेंदबाज हरविंदर सिंह हैं। जोशी और हरविंदर मार्च से चयन समिति में शामिल हैं और जोशी पहले चयन समिति के प्रमुख थे, लेकिन चेतन के आने के बाद उनके ज्यादा अनुभव की वजह से वह अब चयन समिति के प्रमुख नियुक्त किए गए हैं।

बीसीसीआई के नियम के मुताबिक चयन समिति के जिस सदस्य को सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने का अनुभव होता है, उसे ही प्रमुख नियुक्त किया जाता है।1986 में शारजाह में एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियादाद ने चेतन द्वारा फेंकी गई मैच की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर भारत से ट्रॉफी छीन ली थी।

(जेपी सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं।)

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