परीक्षा देते छात्र और छात्राएं।

स्कूल-कॉलेज बने कोविड-19 सुपरस्प्रेडर

देश के तमाम राज्यों में मेडिकल कॉलेज और स्कूल कॉलेजों में कोरोना बम फूटा है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिम है कि क्या मॉर्च 2021 में कोरोना महामारी की दूसरी लहर को भाँपने में नाकाम रही भारत सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर भांपने में भी विफल हो गई है। देश के तमाम राज्यों के स्कूलों कॉलेजों के ‘सुपर स्प्रेडर’ बनने से तो यही लगता है। 
इस समय देश के जिन राज्यों में समुदायिक संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर लोग केस ब्रेक-थ्रू संक्रमण के हैं। इसका अर्थ है कि ज़्यादातर ऐसे लोग संक्रमित हो रहे हैं, जिन्हें कोविडरोधी टीका लग चुका है। 
विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेकथ्रू इंफेक्शन की घटनाएं चिंता बढ़ाने वाली हैं क्योंकि इससे साबित होता है कि टीका लगवा चुके लोग ज्यादा लापरवाह हो गए हैं जबकि यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि टीका संक्रमण के जोखिम को कम करता है, इससे पूर्ण सुरक्षा नहीं देता। जब तक हमारे आसपास हर व्यक्ति इस संक्रमण को लेकर प्रतिरोधकक्षमता अर्जित नहीं कर लेता, तब तक सबको सतर्कता बरतनी ही होगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के धरवाड़ शहर के एसडीएम मेडिकल कॉलेज में फ्रेशर पार्टी सुपर स्प्रेड बन गई है जहां 281 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं जबकि 1822 लोगों की रिपोर्ट आनी बाक़ी है। 
राजधानी बेंगलुरु से क़रीब 450 किलोमीटर दूर धरवाड़ शहर के एसडीएम मेडिकल कॉलेज में दस दिन पहले हुई फ्रेंशर्स पार्टी अब एक सुपर स्प्रेडर घटना बन चुकी है। इस आयोजन के कारण संक्रमित होने वाली संख्या 281 हो चुकी है। 
जिलाधिकारी का कहना है कि संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि अभी 1822 मरीजों की कोविड-19 जांच का रिजल्ट आना बाकी है। इस मेडिकल कॉलेज के दो हॉस्टल सील किए गए हैं और रविवार तक अवकाश घोषित है।
 तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के नजदीक स्थित महिंद्रा विश्वविद्यालय में संक्रमण फैलने से अब तक 25 विद्यार्थी और पांच शिक्षक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। जिसकेे चलते कैंपस को बंद कर दिया गया और 1700 विद्यार्थी व फैकल्टी स्टाफ को अपने-अपने घरों में आइसोलेट कर दिया गया है। बता दें कि यह निजी विश्व विद्यालय टेक महिंद्रा कंपनी का है। 
वहीं राजस्थान  के जयपुर एक ही स्कूल में 12 बच्चे कोरोना पॉजिटिव  पाये गये हैं। जयपुर में बीते मंगलवार को एक निजी स्कूल के 12 बच्चे संक्रमित पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। राजस्थान में 15 नवंबर से पूरी क्षमता के साथ स्कूल खुलने के बाद से अब तक 19 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। इतना ही नहीं, 17 नवंबर को ढाई साल के एक बच्चे की मौत हुई जो कि तीन माह बाद राज्य में पहली मौत है। 

पंजाब के दो सरकारी स्कूलों में कोरोना संक्रमण फैला है। होशियारपुर जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में 14 विद्यार्थियों के संक्रमित पाए जाने के सप्ताहभर के अंदर ही एक अन्य सरकारी स्कूल में 13 बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। दोनों ही स्कूल बंद करके विद्यार्थियों को आइसोलेट कर दिया गया है। जिलाधिकारी का कहना है कि नजदीकी गांवों में भी जांचें करायी जा रही हैं। 
ओड़िशा  की सरकारी मेडिकल कॉलेज में 55 कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। संक्रमितों में विद्यार्थी व स्टॉफ कोरोना संक्रमित हैं। वीर सुरेंद्र साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च के कैंपस में शुक्रवार को भी पांच मरीज मिले। इस कैंपस के कई हॉस्टल व स्टाफ क्वार्टरों को कंटेनमेंट व बफर जोन बनाया गया है।
उत्तराखंड में लापरवाही के चलते राष्ट्रीय वन अकादमी में कोरोना संक्रमण  फैला है। देहरादून के इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट अकेडमी में हिमाचल प्रदेश से आए एक संक्रमित अफसर के कारण अब तक कुल 11 वन्य अफसर संक्रमित हो चुके हैं। जिलाधिकारी ने कोरोना नियम तोड़ने के मामले में अकादमी को जवाबतलब किया है। वहीं, यहां की तिब्बत कॉलोनी में भी 6 मरीज मिले हैं , दोनों जगह कंटेंटमेंट जोन बना दी गई हैं।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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