झारखंड चुनावः दूसरे चरण में मुख्यमंत्री रघुवरदास की प्रतिष्ठा दांव पर

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झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में मतदान होना है। पहला चरण पिछली 30 नवंबर को संपन्न हुआ। दूसरे चरण का मतदान सात दिसंबर को होना है। दूसरे चरण के इस चुनाव में लगभग 48.25 लाख मतदाता और 10492 सर्विस वोटर विभिन्न दलों के 260 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

इसमें बहरागोड़ा-14, घाटशिला-16, पोटका-10, जुगसलाई-10, जमशेदपुर पूर्वी-20, जमशेदपुर पश्चिमी-20, सरायकेला-07, खरसावां -16, चाईबासा-13, मझगांव-16, जगन्नाथपुर-13, मनोहरपुर-14, चक्रधरपुर-12, तमाड़-17, तोरपा-08, खूंटी-11, मांडर-13, सिसई-10, सिमडेगा-11 और कोलेबिरा-9 यानी कुल-260 उम्मीदवार मैदान में हैं।

इसमें 231 पुरुष और 29 महिला उम्मीदवार हैं। इनमें भाजपा के 20, कांग्रेस के 6, झामुमो के 14 और झारखंड विकास मोर्चा के 20 उम्मीदवारों के अलावा अन्य प्रमुख दलों में शामिल बसपा के 14, माकपा एवं भाकपा के 3, राकांपा का एक, तृणमूल कांग्रेस के 5 और 73 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं।

आयोग के ब्योरे के अनुसार दूसरे चरण वाली सीटों में सर्वाधिक 20-20 उम्मीदवार जमशेदपुर पूर्वी और जमशेदपुर पश्चिमी सीट पर चुनावी मैदान में हैं, जबकि सबसे कम 7 उम्मीदवार सरायकेला सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं मतदान के लिए 6066 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

दूसरे चरण के इस चुनाव की राजनीतिक रोचकता इस बात को लेकर है कि राज्य के डेढ़ दर्जन से अधिक दिग्गज राजनेताओं की प्रतिष्ठा इस चुनावी दंगल में दांव पर है। इसमें सबसे रोचक मुकाबला जमशेदपुर पूर्वी सीट पर है। यह सीट राष्ट्रीय फलक पर चर्चा में इसलिए है कि यहां मुख्य मुकाबला मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनकी ही कैबिनेट के मंत्री रहे सरयू राय के बीच है। सरयू राय निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं।

उल्लेखनीय है कि झारखंड भाजपा के चाणक्य समझे जाने वाले और भ्रष्टाचारों पर अपनी पैनी नजर रखने और उसका खुलासा करने के लिए चर्चित रघुवर सरकार के मंत्री रह चुके सरयू राय ने रघुवर दास के खिलाफ इस सीट से बिगुल तब फुंका, जब भाजपा की तीसरी सूची के 68 उम्मीदवारों में सरयू राय का नाम नहीं आया। तब राय की समझ में आ गया कि उनकी उपेक्षा हो रही है और उन्होंने तुरंत प्रेस कान्फ्रेंस करके जमशेदपुर पूर्वी से भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।

वैसे राय जमशेदपुर पश्चिमी से निवर्तमान विधायक हैं। उन्होंने जमशेदपुर पश्चिमी से भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में ताल ठोकी है। दोनों ही सीट पर सात दिसंबर को मतदान है। ऐसे हालात में झारखंड भाजपा दो खेमे में बंट चुकी है। एक खेमा जहां सरयू राय के फैसले से खुश है, वहीं दूसरा खेमा राय के इस फैसले को उनका दंभ मान रहा है। पार्टी से नाराज चल रहे लोगों का मानना है कि एक तरफ भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वाले राय की उपेक्षा होती है, वहीं पार्टी के ही ऐसे विधायक को पुन: टिकट दे दिया जाता है, जो दर्जनों मामलों का आरोपी है और कई मामलों में सजायाफ्ता है।

वहीं दूसरे दल से आयातित नेताओं को भी टिकट दे दिया गया है। इन पर आय से अधिक संपत्ति के मामले और दवा घोटाला पर सीबीआई की जांच चल रही है। वैसे सात दिसंबर को होने वाले इस चुनाव को लेकर प्रत्याशी चुनावी मैदान में पसीना बहा रहे हैं। पक्ष-विपक्ष में कैंपेन वार चल रहा है। दलों के स्टार प्रचारकों का धुआंधार दौरा हो रहा है। जमशेदपुर पूर्वी सीट पर भाजपा से मुख्यमंत्री रघुवर दास को निर्दलीय सरयू राय के अलावा कांग्रेस से गौरव बल्लभ और झाविमो से अभय सिंह भी टक्कर देने को तैयार हैं।

दूसरे चरण के इस चुनाव में डेढ़ दर्जन से अधिक दिग्गज चुनावी मैदान में हैं। इसमें तीन विधायक पार्टी बदल कर चुनावी मैदान में खड़े हैं। इसमें कुणाल षाड़ंगी, विकास मुंडा और शशि भूषण सामड़ शामिल हैं। वहीं, पार्टी से टिकट नहीं मिलने के कारण सरयू राय के अलावा पौलुस सुरीन निर्दलीय के तौर पर मैदान में हैं। कुणाल षाड़ंगी झामुमो छोड़ कर भाजपा के टिकट पर बहरागोड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं। विकास मुंडा आजसू छोड़ कर झामुमो की टिकट से तमाड़ से चुनाव लड़ रहे हैं।

वहीं झामुमो से टिकट कटने के बाद  शशिभूषण सामड़ चक्रधरपुर सीट से झाविमो के उम्मीदवार हैं। इनके अलावा तीन मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, सरयू राय, रामचंद्र सहिस भी चुनावी मैदान में खड़े हैं। स्पीकर दिनेश उरांव एक बार फिर से सिसई से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा चक्रधरपुर से भाजपा के उम्मीदवार हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु इस बार आजसू की टिकट पर घाटशिला से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनाव में भाजपा की टिकट पर बहरागोड़ा से चुनाव लड़ने वाले समीर मोहंती इस बार झामुमो के प्रत्याशी हैं। पूर्व आईएएस जेबी तुबिद इस बार भाजपा के टिकट पर चाईबासा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

इस चुनाव मैदान में जिन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, उनमें रघुवर दास मुख्यमंत्री, दिनेश उरांव स्पीकर, सरयू राय पूर्व मंत्री, रामचंद्र सहिस मंत्री, नीलकंठ सिंह मुंडा मंत्री, लक्ष्मण गिलुवा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, बंधु तिर्की पूर्व मंत्री, दीपक बिरुआ विधायक, मेनका सरदार विधायक, कुणाल षाड़ंगी विधायक, पौलुस सुरीन विधायक, विकास मुंडा विधायक, दशरथ गगराई विधायक, शशिभूषण सामड़ विधायक, जोबा मांझी विधायक, नमन विक्सल कोंगाड़ी विधायक, नीरल पूर्ति विधायक, चंपई सोरेन विधायक, देव कुमार धान पूर्व विधायक, प्रदीप बलमुचु पूर्व विधायक, बन्ना गुप्ता पूर्व विधायक और जेबी तुबिद पूर्व आईएएस शामिल हैं।

(रांची से जनचौक संवाददाता विशद कुमार की रिपोर्ट।)

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