लखनऊ के घंटाघर पर अभी-अभी भारी संख्या में वर्दीधारियों ने घेराबंदी की है। घंटाघर धरने से पुलिस ने छह महिलाओं को हिरासत में लिया है। सड़क पर खड़े मर्दों को भी दौड़ाकर और लाठी पटकाते हुए भगा रही है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने पुलिस पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया है।
पुलिस ने छात्र नेता पूजा शुक्ला को भी हिरासत में लिया है। बता दें कि पूजा शुक्ला वही छात्र नेता हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को काला झंडा दिखाया था। छात्र नेता पूजा शुक्ला के अलावा जिन पांच महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। गिरफ्तारी के बाद घंटाघर पर प्रदर्शनकारियों के आसपास आरएएफ तैनात कर दी गई है।
बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग की तरह ही लखनऊ के घंटाघर पर पिछले आठ दिनों से महिलाएं सीएए-एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन कर रही हैं। धरना शुरू होने पर पुलिस ने महिलाओं से खाना और कंबल छीन लिया था। यही नहीं धरना स्थल को ठंडे पानी से भर दिया गया था। इसके बावजूद महिलाओं ने धरना जारी रखा था।
यही नहीं धरने में आने वाले लोगों की गाड़ियों का चालान भी पुलिस काट रही थी। पुलिस के इस कदर दमन के बावजूद लोगों का धरना-प्रदर्शन में आना जारी था। एक हफ्ता पूरा होते ही पुलिस ने धरना खत्म कराने के लिए महिलाओं को डराना-धमकाना शुरू कर दिया है। यही नहीं अब छह महिलाओं को हिरासत में लिया गया है। इसके बावजूद धरना स्थल पर लोग डटे हुए हैं।
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