नई दिल्ली। संसद को आज वह दिन देखना पड़ा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान के मसले पर पक्ष और विपक्ष न केवल एक दूसरे के आमने-सामने हुए बल्कि उनके बीच धक्का-मुक्की, हाथापाई और फिर अस्पताल से लेकर एफआईआर तक सब हो गया।
इस दौरान न किसी को संसदीय मर्यादा का ख्याल रहा और न ही उसकी किसी ने चिंता की।
तनाव उस समय पैदा हुआ जब दोनों पक्षों के सदस्य हाथों में प्लेकार्ड लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। सत्ता पक्ष के लोग संसद के प्रवेश द्वार पर बैठ गए थे और उसे तकरीबन जाम कर दिया था। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में जब विपक्ष के सांसद अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे तो उनके साथ-साथ बीजेपी सांसदों द्वारा धक्का-मुक्की करने की कोशिश की गयी।
और इसी दौरान बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी के माथे पर चोट लगने की बात कही जा रही है। बाद में उन्हें इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया।
दूसरी घटना कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ घटी। बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा के पास प्रदर्शन करने के बाद खड़गे जब संसद के भीतर प्रवेश करना चाह रहे थे तभी बीजेपी के सांसदों ने उन्हें रोक लिया और उनको पीछे धकेल दिया जिससे वो अपना संतुलन खो बैठे और गिर पड़े।
इस घटना में उनके घुटनों में चोट आ गयी जिसके बाद उन्हें लॉन में जमीन पर ही बैठना पड़ गया। बाद में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कुर्सी मंगवाकर उन्हें उस पर बैठाया।
कांग्रेस ने बीजेपी पर संसद की गरिमा को गिराने का आरोप लगाया है और उसका कहना है कि बीजेपी के सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष खड़गे को धक्का देकर गिरा दिया। साथ ही राहुल गांधी के साथ हाथापाई की है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि बीजेपी सांसद हाथों में डंडे लिए हुए थे। और वो सभी मारने की धमकी दे रहे थे।
खड़गे ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि बीजेपी सासंदों ने संसद परिसर में उन्हें धक्का दिया जिससे वह अपना संतुलन खो बैठे और गिर पड़े।
खड़गे ने कहा कि मुझे शारीरिक रूप से बीजेपी के सांसदों ने धक्का दिया, जिसके चलते मैंने अपना संतुलन खो दिया और फिर मुझे मकर द्वार के सामने जमीन पर बैठना पड़ा। इस पूरी कड़ी में मेरे घुटने में चोट लग गयी जिसका पहले ही आपरेशन हुआ था।
खड़गे ने स्पीकर से जांच गठित करने की मांग की है और कहा है कि यह न केवल उनके ऊपर बल्कि राज्य सभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला है।

एक्स पर एक पोस्ट में खड़गे ने कहा कि बाबा साहेब का अपमान करने के बाद नरेंद्र मोदी जी ने संसद के अपमान का भी गौरव हासिल कर लिया है। बीजेपी के सांसद मोटी स्टिक वाले प्लेकार्ड ले रखे थे जिसके जरिये वो इंडिया गठबंधन के सांसदों को धकियाने के साथ उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने की कोशिश कर रहे थे।
यह उनका बाबा साहेब, संसद, संविधान और लोकतंत्र के प्रति विद्वेषपूर्ण नजरिये को प्रदर्शित करता है। लेकिन हम पूरी मजबूती के साथ खड़े रहेंगे। बाबा साहेब के खिलाफ किसी भी तरह की अपमानजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। देश में हर शख्स बीजेपी-आरएसएस का पूरी मजबूती के साथ विरोध करेगा।
कांग्रेस ने पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में एक एफआईआर दर्ज करायी है। जिसमें उसने बीजेपी नेताओं पर कांग्रेस सांसद खड़गे के साथ दुर्व्यवहार और धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया है। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी शामिल थे।

उसी तरह से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने भी पार्लियामेंट थाने में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। जिसमें बीजेपी के नागालैंड सांसद फैंगनॉन कोन्याक की ओर से राहुल गांधी पर अपने साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।
इस घटना पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि यह गृहमंत्री अमित शाह को बचाने की एक साजिश है। इसके साथ ही उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया।
उन्होंने संसद परिसर में रिपोर्टरों से बात करते हुए कहा कि हम कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। और संसद प्रवेश द्वार पर किसी के भी घुसने के लिए जगह रहती है।
रोजाना 10.30 से 11 बजे सुबह शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो रहा है। आज पहली बार बीजेपी के सांसदों ने प्रदर्शन किया और सभी को रोक दिया और उसके बाद लोगों को धकियाने और गुंडागर्दी करने में लग गए।

और अब अमित शाह को बचाने के लिए उन लोगों ने इस षड़यंत्र कि ‘भैइया’ ने किसी को धक्का दिया है, की शुरुआत की है। बिल्कुल मेरी आंख के सामने खड़गे जी को धक्का दिया गया और वह जमीन पर गिर गए।
उसके बाद उन्होंने सीपीआई एम के सांसद को धक्का दिया जो खड़गे जी के ऊपर गिर गए। मैंने सोचा कि इससे कहीं खड़गे जी का पैर न टूट गया हो जैसा कि उनके चेहरे से दिख रहा था कि उन्हें चोट आयी है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राहुल गांधी द्वारा सत्तारूढ़ पार्टी के दो सदस्यों के धकेले जाने के दावे को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह उनके स्वभाव में नहीं है कि वह किसी के प्रति बुरा या असभ्य हों।
उन्होंने कहा कि मैं राहुल को जानता हूं, वह किसी को धकेल नहीं सकते, संसद के सदस्य को धकेलने की तो बहुत दूर की बात है। यह उनके स्वभाव में नहीं है कि वह किसी के प्रति बुरा या असभ्य हों।
कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने कहा कि यह अंबेडकर विरोधी अमित शाह को बचाने के मिशन में प्रदर्शित किया गया ड्रामा था। पिछले 15 दिनों से विपक्ष शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहा है लेकिन कहीं किसी तरह की घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि स्पीकर ने बिल्कुल साफ लहजे में निर्देशित किया है कि सदन के रास्ते को किसी भी हालत में नहीं रोका जाना चाहिए।
सिक्योरिटी गार्ड को प्रवेश द्वार को मैनेज करने के लिए लगाया जाता है। हम लोगों ने हमेशा उसका पालन किया है कभी उसको रोकने की कोशिश नहीं की और सुरक्षा गार्डों के साथ पूरा सहयोग किया है।
आज हम लोग प्रेरणा स्थल पर धरने के बाद यह देखकर चकित रह गए कि बीजेपी सांसद पोस्टर लगी लाठियों के साथ पूरे प्रवेश द्वार को जाम कर दिया है।
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