कुछ इलाकों में अराजकता के बाद गृह मंत्री के घर उच्च स्तरीय बैठक, किसान यूनियन ने कृषकों से की शांति की अपील

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दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन के बाद गृह मंत्री के घर उच्च स्तरीय बैठक हो रही है। वहीं जिन इलाकों में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है, वहां आधी रात तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी करके शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए किसानों को धन्यवाद दिया है। साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि कुछ असमाजिक तत्वोों ने आंदोलन में घुसपैठ करने की कोशिश की।

संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से कहा गया है कि किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं। हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा करते हैं, जो आज घटित हुई हैं। ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोग हमारे सहयोगी नहीं हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और व्यक्तियों द्वारा रूट का उल्लंघन करने का निंदनीय कृत्य किया गया। असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान होगा।

इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा सदस्य योगेंद्र यादव ने कहा, “अगर किसी ने भी वर्दीवाले के ऊपर वाहन चढ़ाने की कोशिश की है, यह निंदनीय है। पूरी तरह अनुशासन से बाहर है। यह घृणित है और स्वीकार नहीं है। हम बार-बार मंच से कहते रहे हैं कि ये जो वर्दी में जवान है ये तो वर्दी में खड़ा किसान है। इससे हमारा कोई झगड़ा नहीं है। अगर ऐसी कोई भी हरकत हुई है तो हम इसकी पूरी तरह से निंदा करते हैं।”

प्रदर्शनकारियों से अपील करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा, “दोबारा अपील करना चाहता हूं कि संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम किसानों से पुलिस ने जो रूट दिया है। उसी में टिके रहें। हमारी तरफ से किसी तरह की हिंसा न हो, कोई तोड़फोड़ न हो। मैं जानता हूं कि 90 फीसदी लोगों ने अनुशासन बनाए रखा है, लेकिन कुछ फीसदी लोगों की वजह से पूरा आंदोलन बदनाम हो रहा है। हम पता करेंगे कि आंदोलन में हिंसा किसने फैलाई। किसानों का बवाल शर्मिंदगी का विषय है, लाल किले के प्राचीर में किसानों का झंडा फहराना गलत है। प्रदर्शनकारी किसानों से शांति की अपील करता हूं।”

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