Author: अनिल सिन्हा
महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे स्थिरता नहीं, अस्थिरता लाएंगे
महाराष्ट्र विधान सभा के चुनाव परिणामों ने सिर्फ प्रदेश ही नहीं, देश की राजनीति को एक नए मोड़ पर ला खड़ा किया है। चुनाव आयोग [more…]
गांधी जयंती विशेष: महान भारतीय सभ्यता के गांधी के सपने से बहुत दूर रह गए हैं हम
लंदन से अफ्रीका जाते समय गांधी जी ने किलडोनान कैसल नामक स्टीमर पर सिर्फ उन्नीस दिनों में अपनी मशहूर पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ लिख ली थी। [more…]
श्रद्धांजलि: लोकतंत्र के पक्ष में खड़ी पत्रकारिता के स्तंभ थे रामोजी राव
देश के एक नामी मीडिया मुग़ल रामोजी राव अब इस दुनिया में नहीं रहे। जाहिर है उनकी ताकत और प्रतिष्ठा के अनुरूप शोक संदेशों की [more…]
इंडिया बनाम भारतः मोदी की बीजेपी भारत की विरासत हथियाना चाहती है
प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 के तमाशे का भरपूर उपयोग अपने प्रचार के लिए किया। अगर किसी इवेंट के राजनीतिक अपहरण के बारे में समझना हो [more…]
कुलदीप नैयर: मानवाधिकार तथा लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए आजीवन संघर्षरत रहे
नई दिल्ली। यह अस्सी के दशक की बात है। मैं गांधीवादियों, समाजवादियों और आंबेडकरवादियों के विभिन्न आंदोलनकारी समूहों को साथ लाने की कोशिश का हिस्सा [more…]
प्रो. इश्तियाक अहमद से खास बातचीत: ‘कश्मीर मसले का हल मुमकिन है’
स्वीडन में बस गए पाकिस्तान मूल के प्रो इश्तियाक अहमद कुछ ऐसे विरले इतिहासकारों में से हैं जिन्होंने भारत के विभाजन के पीछे की राजनीति [more…]
जलियांवाला बाग नरसंहार के बाद टैगार ने नाइटहुड लौटाई थी, लेकिन सावरकर ने सम्राट से दया मांगी थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बार कविवर रबींद्रनाथ टैगोर की पहले जैसी याद नहीं आई। गुरुदेव का जन्मदिन सरकार, सत्ताधारी पार्टी और उसके पितृसंगठन आरएसएस [more…]
अडानी की जांच से नेताओं में घबराहट क्यों है?
महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने जब अडानी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति के गठन की विपक्ष की मांग को लेकर [more…]
राहुल गांधी के बहाने मोदी तानाशाही के संकेत दे रहे हैं?
इतिहास में कुछ ऐसे क्षण होते हैं जिनका अर्थ कुछ समय बाद समझ में आता है। लोकसभा में शुक्रवार को सांसदों का माइक बंद हो [more…]
बिहार में प्रशांत किशोरः चुनाव की ठेकेदारी से सीधे मैदाान में?
देश की सबसे पुरानी पार्टी को सुधारने का फार्मूला बेचने में विफल हुए प्रशांत किशोर अब बिहार आ गए हैं और जमीन की राजनीति का [more…]