Friday, March 29, 2024

धीरेश सैनी

बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के बारे में 10 साल पहले कही गयी राजेंद्र यादव की बात सच निकली

बाबरी मस्जिद को लेकर अक्तूबर 2010 में हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच का फ़ैसला आया था तो मैंने इस बारे में हिन्दी के कई प्रमुख लेखकों से बात की थी जो समयांतर के नवंबर 2010 अंक में प्रकाशित हुई थी।...

रंज यही है बुद्धिजीवियों को भी कि राहत के जाने का इतना ग़म क्यों है!

अपनी विद्वता के ‘आइवरी टावर्स’ में बैठे कवि-बुद्धिजीवी जो भी समझें, पर सच यही है, इत्ते बड़े मुल्क में, एक सीधी सी बात को ऐसे खरेपन से कह देना, राहत इंदौरी के ही हिस्से में आया था। हिर्स करो,...

पुनरुत्थान की बेला में परसाई को भूल गए प्रगतिशील!

हिन्दी की दुनिया में प्रचलित परिचय के लिहाज से हरिशंकर परसाई सबसे बड़े व्यंग्यकार हैं। इसमें कोई झूठ नहीं है पर सिर्फ़ इतना परिचय उनकी उस भूमिका को नज़रअंदाज़ करने वाली बात है जिसको याद करना आज और ज़्यादा...

करनाल गैंगरेप: स्कूल मालिक और तहसीलदार पर मेहरबान तो नहीं है सरकार?

करनाल गैंगरेप केस में दो-दो एसआईटी गठित किए जाने के बावजूद जाँच की गतिहीनता रहस्यमय है। नामजद आरोपियों में एक प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल है। महिला कांग्रेस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर करनाल में प्रदर्शन किया।...

‘इस समय’ और ‘उस समय’ का ‘आपातकाल’

क्या इंदिरा गांधी की इमरजेंसी (आपातकाल) का कुख्यात दौर मौजूदा मोदी-शाह रेजीम से भी बुरा था? इमरजेंसी और फ़ासीवाद में क्या फ़र्क़ है? इमरजेंसी के दौरान आरएसएस की भूमिका क्या थी? क्या इमरजेंसी का तात्कालिक और दूरगामी सबसे ज़्यादा...

हरियाणा के कोविड 19 स्टेट नोडल अफसर कोरोना की चपेट में, सूचना के बाद पीजीआई रोहतक में खलबली

रोहतक। हरियाणा के कोविड-19 के स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ. ध्रुव चौधरी भी कोराना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। उनकी बेटी की रिपोर्ट भी कोराना पॉजिटिव आई है। पं. भगवत दयाल शर्मा हेल्थ यूनिवर्सिटी (पीजीआईएमएस रोहतक) के सीनियर प्रोफेसर...

जब मंच पर लगे ताले, तो ये कर रहे हैं थियेटर वाले

थियेटर और फिल्मों के अभिनेता-लेखक-कवि दोस्त अमितोष नागपाल की फेसबुक वॉल पर कुछ रंगकर्मियों की तरफ़ से एक कवितानुमा मार्मिक अपील है। ये युवा रंगकर्मी इस मुश्किल वक़्त में दर्शकों के प्यार को याद करते हैं और उनकी ज़िन्दगियों...

दिल्ली विश्वविद्यालय में ऑनलाइन एग्जाम की घोषणा मनुवादी फरमान

कोरोना की आड़ में दुनियाभर का सत्ता वर्ग कमज़ोर तबकों के बचे-खुचे अधिकार भी छीनने में जुटा हुआ है। भारत में भी साधारण ग़रीब तबकों को हाशिए पर धकेलने के इंतज़ाम साफ़ दिखाई दे रहे हैं। पहले ही अमीरों...

शाहू महाराज : एक राजा जिसकी सामाजिक प्रतिबद्धता प्रगतिशीलों से ज़्यादा थी

कोल्हापुर के शाहू महाराज (26 जुलाई 1874 – 6 मई 1922) को छत्रपति और राजर्षि भी कहा जाता है। यह यक़ीन करना बेहद मुश्किल है कि ऐसा कोई राजा या सामंत सचमुच था जिसकी सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता उस दौर...

पालघर लिचिंग और वो राजनीति जो इंसानों को हत्यारा बनाती है या कीड़े-मकोड़े

पालघर में जिन तीन लोगों को उनकी गाड़ी से उतारकर मार दिया गया, उनमें दो साधु थे जो किसी अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए निकले थे। पुलिस मौक़े पर मौजूद थी पर भीड़ ने उसे बेबस कर दिया...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...