पुस्तक समीक्षा: धरती की अंतर्निभरता

चंद्रभूषण की ‘प्रलय का प्रतिपक्ष’ 2024 में कौटिल्य बुक्स से छपी है। इसका उप-शीर्षक ‘पशु-पक्षी, कीट-पतंगे और ग्लोबल वार्मिंग’ है।…

धैर्य और साहस ही विजय बहादुर राय का धन था

आजमगढ़ के विजय बहादुर राय से मेरा परिचय उनकी पुत्री से विवाह के बाद हुआ। इस रिश्ते की जटिलता के…

नहीं रहे प्रख्यात आलोचक मैनेजर पांडेय

 (प्रख्यात आलोचक और साहित्यकार मैनेजर पांडेय का निधन हो गया है। वह 81 वर्ष के थे। उनके जाने की खबर…

आंदोलन और लोकतंत्र एक ही सिक्के के दो पहलू हैं!

आखिरकार देश के प्रधानमंत्री ने किसान आंदोलन के सवाल पर जो वैचारिक अभियान शुरू किया उससे ही बात शुरू करना…

निर्णायक और नेतृत्वकारी भूमिका में रहे हैं प्रेमचंद के स्त्री पात्र

विवादों के कारण ही सही प्रेमचंद का साहित्य फिर से ज़ेरे बहस है। दलित साहित्य के लेखकों ने उनके साहित्य…

सचमुच का बरगद

10 मार्च को हिंदी प्रकाशन की दुनिया में सामाजिक विज्ञान के अनन्य प्रकाशन ग्रंथ शिल्पी के संचालक श्याम बिहारी राय…