बिहार चुनाव देश में लोकतंत्र का भविष्य तय करेगा

बिहार चुनाव में चंद महीने बचे हैं। इस बीच वहां एक अभूतपूर्व सियासी बवंडर उठ खड़ा हुआ है। विपक्ष के…

आपातकाल: भ्रम, कुहासा और सच्चाई

वैसे तो आपातकाल 19 महीने रहा और आज उसे बीते 50 साल हो गए हैं लेकिन परवर्ती भारतीय राजनीति के…

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बदलाव की आहट !

हाल ही में आए सर्वे ने बिहार की जनता के मूड की निरंतरता को ही साबित किया है। बिहार विधानसभा…

पीएम मोदी की दिवालिया विदेश नीति

पाकिस्तान तक ने अमेरिका के ईरान पर हमले का विरोध किया है, जिनके सेनाध्यक्ष अभी ट्रंप के साथ लंच करके…

देश में समर्थकों के बीच और विदेशोंं में मोदी की छवि और भी गिरी, अब इससे उबरना आसान नहीं

2024 के चुनाव नतीजे आने के बाद यह उम्मीद थी कि बैसाखियों पर टिकी अल्पमत में आ चुकी भाजपा का…

देश में बेरोजगारी दर चिंताजनक ढंग से बढ़ रही

भारत में बेरोजगारी की स्थिति कितनी भयावह हो गई है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि…

किसान आंदोलन पर पंजाब सरकार के दमन ने आप पार्टी को बेनकाब कर दिया

जो काम भाजपा सरकार नहीं कर पाई, उसे आप पार्टी की पंजाब सरकार ने कर दिखाया। न केवल हजारों किसानों…

औरंगज़ेब के नाम पर सांप्रदायिकता के उफान की साजिश

कुछ लोगों को लगता था कि बाबरी मस्जिद-राम मंदिर प्रकरण समाप्त हो जाने के बाद ऐसे मुद्दों का अंत हो…

भगत सिंह पर चिंतन की कथित तीसरी धारा का दिवालियापन

शहीदे आजम भगत सिंह को लेकर एक असमय और अनावश्यक बहस चल रही है। कहा जा रहा है, “भगतसिंह की…

राजनीतिक लाभ के लिए परिसीमन के नाम पर राष्ट्रीय एकता से खिलवाड़ की मंशा तो नहीं ?

सीटों के परिसीमन का मुद्दा एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है जिसके हमारी राष्ट्रीय एकता के लिए गहरे निहितार्थ हैं। इसमें…