बजट 2025: जनता की जेब से लूट का दस्तावेज

हर साल की तरह इस बार भी सरकार ने बजट को “सबका विकास“, “आर्थिक सुधार“, और “आत्मनिर्भर भारत“ जैसे खोखले नारों में लपेटकर…

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उभार: क्या हम अपनी दुनिया को खोने जा रहे हैं?

कल्पना कीजिए-आप चैटजीपीटी खोलते हैं और अचानक एक नया आइकन दिखता है: “Use More Intelligence”। आप इसे दबाते हैं, और…

अमेरिका-चीन के बदलते रिश्ते : विश्व राजनीति का नया अध्याय

साम्राज्यवादी नीतियों की दुनिया में, हर कदम एक नए खेल का संकेत देता है, जिसमें ताकतवर राष्ट्र अपने स्वार्थों के…

सांस्कृतिक और वैज्ञानिक चेतना का समन्वय: वर्गीय चेतना का वैचारिक संघर्ष

आज समाज में वैज्ञानिक चेतना की महत्ता पर जोर दिया जा रहा है। यह कोई नई बात नहीं है। वैज्ञानिक…

कालेधन की पनाहगाह नोटबंदी : कैशलेस अर्थव्यवस्था का काला सच

भारत में 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा के साथ यह उम्मीद की गई थी कि काले धन पर…

ट्रंप की जीत: जनता की आवाज़ या पूंजी का खेल?

2024 के अमेरिकी चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी की हार ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि जब राजनीति वास्तविक…

फ़ासिस्ट राजनीति और धर्म का अनैतिक सर्वसत्तावादी गठजोड़

इतिहास में यह देखा गया है कि फासीवादी धाराएं, चाहे वे किसी भी देश या धर्म में रही हों, पारंपरिक…

वैचारिक दरिद्रता और शासक वर्ग की नैतिकता का भ्रम

समाज में नैतिकता, विवेक और इंसानियत की मान्यताओं को संजोने की हमारी कोशिशें हमेशा से ही महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।…

टेक्नो-फ्यूडलिज़्म: पोस्ट कैपिटलिज्म दुनिया के नए क्लाउड लॉर्ड्स

हाल के वर्षों में डिजिटल तकनीकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तेजी से वृद्धि ने हमें कैपिटलिस्ट दुनिया से निकाल…

ईएमआई, कर और मुद्रास्फीति का जाल: विलासिता और बुनियादी जरूरतों का संघर्ष

वर्तमान में, भारत की अर्थव्यवस्था विचित्र स्थिति में है। एक तरफ देश की आबादी का बड़ा हिस्सा मुद्रास्फीति, बढ़ते करों…