Author: मुशर्रफ अली
आभासी यथार्थ के दौर में भारतीय पत्रकारिता
मैं यथार्थ हूं, मुझे पकड़कर, छूकर देखा, महसूस किया जा सकता है लेकिन आईने में नज़र आ रही मेरी छवि को छुआ या पकड़ा नहीं [more…]
वामपंथी पार्टियों को पछाड़ने और पीछे छोड़ने में क्यों और कैसे सफल रहा आरएसएस?
“मुझे बहुत रंज है, बहुत तकलीफ है इस बात की कि समाज की जिन परतों पर दरअसल वामपंथियों को काम करना चाहिये था और जो [more…]
तुर्की का हाया सोफिया म्यूजियम: अगर हिंदू राष्ट्र गलत है तो ख़िलाफत ए उस्मानिया भी सही नहीं हो सकता!
8 जुलाई, 2020 को तुर्की के राष्ट्रपति तय्यप एर्दोगन ने चर्च से मस्जिद फिर मस्जिद से म्यूजियम बना दी गयी ऐतिहासिक इमारत हाया सोफिया को [more…]