Estimated read time 2 min read
बीच बहस

प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की 167वीं वर्षगांठ: 1857 का विद्रोह, ‘झंडा सलामी गीत’ और राष्ट्रीयता का विचार

ब्रिटिश शासकों, इतिहासकारों, अध्येताओं, लेखकों, लोकगीतकारों ने 10 मई 1857 को मेरठ से शुरू हुए सिपाही विद्रोह को कई नामों से अभिहित किया है। नोमन्क्लेचर की [more…]

Estimated read time 3 min read
बीच बहस

राष्ट्रीय संसाधन और मुसलमान: सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के आईने में  

चुनाव के मौसम में भाजपा और कांग्रेस के बीच बहस चल रही है कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार किसका है? आजकल नरेंद्र मोदी [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

‘ऐ वतन मेरे वतन’ का संदेश

हम दिल्ली के कुछ साथी ‘समाजवादी मंच’ के तत्वावधान में अल्लाह बख्श की याद में एक सालाना कार्यक्रम करते थे। अनिल नौरिया के सुझाव पर [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

किसान आंदोलन: गिरावट का द्योतक है सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष का पत्र  

क्या हम एक सजग और संवेदनशील नागरिक समाज न रह कर पार्टियों, नेताओं और सरकारों के भोंपू बन कर रह गए हैं? हम जिस भी पेशे में हैं, क्या [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

विपक्ष की विफलता विकल्प की विफलता नहीं है

करीब 15 दिन पहले मैंने एक वरिष्ठ पत्रकार मित्र से कहा कि लोकसभा चुनाव को दो महीने भी शेष नहीं बचे हैं, राहुल गांधी तफरीह करते घूम रहे हैं। [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

कर्पूरी ठाकुर को भारत-रत्न: अनुप्रतीकों का राजनीतिक इस्तेमाल    

कर्पूरी ठाकुर (24 जनवरी 1924–17 फरवरी 1988) के जन्मशती वर्ष के अवसर पर जनवरी 2023 से लेकर अभी तक अलग-अलग जगहों पर काफी कार्यक्रम होते [more…]

Estimated read time 3 min read
बीच बहस

‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ के मुकाबले ‘लीला-पुरुष’ की प्राण-प्रतिष्ठा

विश्वास नहीं था भाई लोग ऐसा रंग जमा देंगे। रकम पानी की तरह बहा देंगे। पग-पग पर मोदी की छाप लगा देंगे। रामलला की उंगली उन्हें थमा देंगे। कल्पना [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

इंडिया गठबंधन जनता का वोट तो चाहता है लेकिन उसे सोचने का वक्त नहीं देना चाहता

यह लेख मेरे पिछले तीन लेखों– ‘तीसरे मोर्चे की प्रासंगिकता’ (मई 2014 ), ‘लोकसभा चुनाव 2019: विपक्षी एकता के लिए एक नजरिया– एक’ (जून 2018), [more…]

Estimated read time 4 min read
बीच बहस

फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष: समाधान का गांधीवादी रास्ता

करीब एक शताब्दी पुराने फिलिस्तीन–इजराइल संघर्ष को लेकर पक्ष-पोषण और विश्लेषण का काम पिछले 75 सालों में बहुत हो चुका है। अब उसके स्थायी समाधान की जरूरत [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

फिलिस्तीन में बच्चों की हत्या आधुनिक सभ्यता का सबसे गहरा संकट

फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष का फिलहाल जारी मंजर ब्रेख्त के महाकाव्यात्मक रंगमंच (एपिक थिएटर) की तरह लगता है, जहां दुनिया-भर में फैली जगहों (लोकेशंस) पर मानव-क्रूरता और [more…]