डॉ. राजीव रंजन गिरि
संस्कृति-समाज
जन्मदिवस पर विशेष : प्रेमचंद का साहित्य ही बन गया था आज़ादी की लड़ाई की मशाल
इतिहास के जिस दौर में प्रेमचंद ने कथा-लेखन की शुरुआत की, उस समय उनके समक्ष दो तरह की चुनौतियां प्रमुख थीं: राष्ट्र की मुक्ति और कहानी व उपन्यास विधा को स्थापित करना। देश अंग्रेजी सत्ता की गुलामी में जकड़ा...
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ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी
राजनांदगांव। लोकसभा 2024 में राजनांदगांव की सीट काफी दिलचस्प मानी जा रही है। इस सीट पर पूर्व सीएम भूपेश...