महाराष्ट्र का पूरा नागपुर आज कर्फ्यू की चपेट में है। इसी नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय है, जहां बरसों तक…
औरंगजेब की लानत-मलानत के बाद अब बेचारे मुहम्मद-बिन-तुगलक की बारी
प्रेमचंद ने कहा था-“सांप्रदायिकता हमेशा संस्कृति की खाल ओढ़कर सामने आती है।” इसके साथ ही आज का सच यह भी…
व्यंग्य : कम्युनिस्टों को रोने दो, उनकी सिसकियां सुनता कौन है !
इस देश में एक ऐसा परिवार है, जो पहले बीपीएल कार्ड रखता था। अब वह बड़े करदाताओं में से एक…
दाल देख और दाल का पानी देख !
रोटी के साथ दाल मिलना भी अब नसीब की बात है। आज की ताजा खबर है कि बाजार में दाल…
संविधान-स्थगित बस्तर : जहां रघु मीडियामी के लोकतांत्रिक अधिकार खत्म हो जाते हैं !
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक पुरानी रिपोर्ट से बात शुरू कर रहा हूं। दिसंबर 2014 की इस रिपोर्ट के अनुसार –…
छत्तीसगढ़ नगर निकायों के चुनाव : भाजपा की जीत में आश्चर्य नहीं, तो कांग्रेस की हार में दुख नहीं
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 173 नगर निकायों, जिनमें 10 नगर निगम, 49 नगर पालिका परिषद तथा 114 नगर पंचायत शामिल हैं,…
श्रद्धालुओं की आस्था का राजनैतिक दोहन : राम तेरी गंगा मैली हो गई, पापियों के पाप ढोते-ढोते
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट से स्पष्ट है कि गंगा की जिस पवित्रता का वर्णन हमारे धार्मिक ग्रंथों में…
कॉरपोरेट सरकार में निशाने पर आदिवासी
भाजपा आदिवासियों के विकास और उनकी भलाई के बारे में लंबे चौड़े-दावे करती है। इन दावों की पड़ताल जल-जंगल-जमीन पर…
हिंदू राष्ट्र-पथ वाया प्रयाग-कुंभ : इस महामारी का ईलाज क्या है?
यद्यपि ये महामारी नहीं है, फिर भी लोग पटापट मर रहे हैं, तो क्या यह महामारी से कम है! पता…
दिल्ली विधानसभा चुनाव : एक मिथक का अंत और एक त्रासदी का और बड़ा होना
दिल्ली में आप पार्टी की हार से देश के पैमाने पर उसके विकल्प बनने के मिथक का अंत हो गया…