फ्रेंच अर्थशास्त्री थॉमस पिकेटी के भारत आने का यह लाभ हुआ कि इससे बढ़ती आर्थिक गैर-बराबरी का मुद्दा (कम-से-कम मीडिया…
भारत की अर्थव्यवस्था : पीछे की ओर क्यों तेज हुई दौड़?
एक अर्थव्यवस्था वह है, जिसका संबंध देश की बहुसंख्यक आबादी से होता है। चूंकि इसके बरक्स एक दूसरी अर्थव्यवस्था का…
इतना कैसे बदल गया बांग्लादेश?
बांग्लादेश बदल गया है। इसका नतीजा वहां के अल्पसंख्यक भुगत रहे हैं। अल्पसंख्यकों पर गाहे-ब-गाहे ज्यादती पहले भी होती थी।…
दूर नहीं हुए चीन से संबंध पर संदेह
नरेंद्र मोदी सरकार चीन से भारत के संबंध पर बहस के लिए तो राजी नहीं हुई, लेकिन विदेश मंत्री एस.…
कॉरपोरेट्स को क्यों चुभने लगा मध्य वर्ग का ढहना?
भारत में मध्य वर्ग सिकुड़ रहा है, ये तथ्य अब देश की मार्केट एजेंसियां और कॉरपोरेट सेक्टर भी बताने लगा…
जो दरवाजा खुला, वो अब बंद हो गया है!
साल 2024 के मध्य में आए लोकसभा चुनाव के नतीजों से संकेत मिला कि नरेंद्र मोदी का आकर्षण और मजहबी…
फिर सामने आई जी-20 की अप्रसांगिकता
ब्राजील का शहर रियो द जनेरो जी-20 की अप्रसांगिकता का गवाह बना। दरअसल, यहां यह जाहिर हुआ कि कैसे हर…
श्रीलंका ने दिखाई है एक राह
श्रीलंका के संसदीय चुनाव में मार्क्सवादी राष्ट्रपति अनूरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाले मोर्चे- नेशनल पीपुल्स पॉवर (एनपीपी) को ऐतिहासिक…
रोजगार की बहस और अहम सवाल
क्या पूंजीवादी अर्थव्यवस्था के भीतर सभी लोगों को रोजगार मुहैया कराना संभव है? आज भारत में जो हालात हैं, उनके…
अमेरिका में डेमोक्रेट्स की हार पर शोक ना मनाइए
अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं।…