रणनीति का तकाजा होता है कि जब विपक्षी पर हमलावर होना हो तो स्वयं को एक छोटे टारगेट में तब्दील कर लो ताकि किसी पलटवार के नुकसान से बच सको। कश्मीर घाटी में ठीक इसका उलटा हो रहा है।...
यूनानी दार्शनिक अरस्तू ने अपने समय में कहा था, लोकतंत्र तब है जब अमीर लोग नहीं बल्कि ग़रीब लोग शासक होते हैं।
जब हाल में मशहूर समाजकर्मी वकील प्रशांत भूषण को वरिष्ठ जजों के आचरण पर, लोकतंत्र के सन्दर्भ में,...
बिहार पुलिस द्वारा सुशांत सिंह मामले में बेहद तोड़-मरोड़ कर दर्ज की गयी एफ़आईआर को देश के सर्वोच्च न्यायालय ने कई दिन शीर्ष वकीलों की बहस सुनने के बाद सही कदम ठहरा दिया। जबकि मुंबई पुलिस ने अपने अधिकार-क्षेत्र...
प्रशांत भूषण ने एक ट्वीट में सर्वोच्च न्यायालय के हालिया चार चीफ़ जस्टिस नामित किए थे कि उनके कार्यकाल में लोकतंत्र का हनन हुआ है। विडम्बना ही कहेंगे कि सर्वोच्च न्यायालय की तीन जजों की पीठ ने भूषण को...
पुलिसिंग के नजरिये से मोदी सरकार की नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के प्रारंभिक स्कूल चरण और अंतिम कॉलेज चरण दोनों चिंता के स्रोत के रूप में सामने नजर आते हैं। बेशक, शिक्षा नीति में क्रिटिकल (चहुंमुखी) सोच...
पंजाब ज़हरीली शराब (हूच) कांड में 100 से अधिक मौत की ख़बर है। ऐसे कांड में मरने वाले, सस्ती शराब के आदी, समाज के निचले आर्थिक तबके के लोग होते हैं। बेशक त्रासदी बड़ी हो जाये तो मीडिया की...
140 वर्ष पूर्व पैदा हुए प्रेमचंद के लेखन और अब घोषित शिक्षा नीति में क्या संगत सम्बन्ध हो सकता है? गांधी के दांडी मार्च (12 मार्च-6 अप्रैल), सविनय अवज्ञा आन्दोलन के समानांतर प्रेमचंद ने ‘हंस’ के अप्रैल 1930 अंक...
तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले के सथानकुलम कस्बे में पुलिस द्वारा पिता-पुत्र की बर्बर हत्या को लेकर सारे देश में अमेरिका के रंगभेदी जार्ज फ्लायड हत्याकांड के व्यापक विरोध की तर्ज पर पुलिस सुधार की मांग बलवती हुयी है। ऐसा...