नेमि जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। कम्युनिस्ट पार्टी से लेकर इप्टा आंदोलन में सक्रिय रहे नेमि जी कवि, आलोचक रंग चिंतक संपादक नाटक कार और अनुवादक भी। साहित्य की हर विधा में योगदान दिया। 8 खण्डों में छपी...
(पत्रकारिता पेशे के बारे में कई बार कहा जाता है "यहां तो चराग तले अंधेरा है"। यानि जो पत्रकार दिन रात दूसरों के हक के लिए लड़ते हैं वे खुद ही अन्याय के शिकार होते हैं, उन्हें उनका हक...
लाल किले के प्राचीर से हर साल देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को इस बात का बखान करते हैं कि अब हम आज़ाद देश हैं और विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं लेकिन हर साल...
मीडिया बार-बार संसद की अराजकता का फुटेज दिखाता है पर वह यह नहीं बताता कि मोदी के कार्यकाल में यह क्यों हो रहा। क्या मोदी को कोई रिमोट से नियंत्रित कर रहा है जिसके कारण सदन की यह हालत...
जिस प्रेमचन्द के निधन पर उनके मुहल्ले के लोगों ने कहा कि कोई मास्टर था जो मर गया, जिस प्रेमचन्द की अत्येंष्टि में दस बारह लोग ही मुश्किल से शामिल हुए थे, वह प्रेमचन्द अपने निधन के 85 साल...
इस संसार में सबका दुखड़ा अलग-अलग है। एक गरीब आदमी के बेरोजगार का दुखड़ा तो समझ में आता है अगर महामहिम अपना दुखड़ा पेश करेंगे तो उस पर आश्चर्य होना, तीखी प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है। लगता है इस देश...
अंग्रेजी के एक युवा पत्रकार और हिंदी के उभरते आलोचक आशुतोष भारद्वाज को भारतीय उच्च शोध संस्थान की पत्रिका "चेतना" के संपादक पद से अलग होने का निर्णय इसलिए दुखी मन से लेना पड़ा कि कट्टर हिंदुत्ववादियों ने भारद्वाज...
मोदी सरकार जब सत्ता में आई तो उसने राष्ट्रवाद का एक नया आख्यान रचने की कोशिश की ।पिछले साल जब कोरोना ने दस्तक दी तो मोदी सरकार ने थाली बजाकर और मोमबत्तियां जलाकर इसी राष्ट्रवाद को मजबूत बनाने की...
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर हाहाकार मचा हुआ है कि हमारा सिस्टम फेल हो गया है, लेकिन क्या हमने यह सोचा है कि यह सिस्टम किसके लिए फेल हुआ है? आजादी के बाद...
मद्रास हाई कोर्ट ने कोरोना महामारी के महासंकट के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की तीखी टिप्पणी की है, जिससे देश में एक नई बहस शुरू हो गई...