कर्नाटक में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला था और अब राज्य के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार की मानें तो आने वाले दिनों में एक बहुत बड़ी खबर पार्टी का इंतज़ार कर रही है। राज्य को लेकर कांग्रेस का अपना खुद का सर्वे बताता है कि पार्टी को आने वाले विधानसभा चुनाव में 224 सीटों में से 140 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। शिवकुमार ने एक सर्वे के हवाले से ये दावा किया।
बुधवार को बेंगलुरू में मीडिया से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा कि “हमें अपनी संख्या की गारंटी है, हमें इस बात की भी गारंटी है कि बीजेपी की सीटें 65 से ज्यादा नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि, “बीजेपी को जो करना है करने दीजिए, लेकिन उनकी संख्या 60-65 के पार नहीं जाएगी। वे बोले, यह निश्चित है, लेकिन मेरे अनुसार यह हैरानी की बात नहीं होगी अगर उनकी संख्या घटकर 40 हो जाए।”
शिवकुमार ने कहा कि हमारे पहले के सर्वे में सीटों की संख्या 136 होने का अनुमान लगाया गया था और अब हमारा सर्वे 140 सीटों से ऊपर का अनुमान लगा रहा है। उन्होंने कहा कि बदलाव शुरू हो गया है। हम इसे पूरे राज्य में यात्रा करते हुए देख रहे हैं। चुनाव के लिए लगभग 50 दिन बचे हैं, लेकिन इसमें देरी हो रही है। इसका कारण यह है कि बीजेपी को लगता है कि जितने दिन उन्हें मिलेंगे, उतना ही उनके लिए फायदेमंद होगा, इसलिए वे इस तरह के प्रयास कर रहे हैं।
इससे पहले मंगलवार को ही बीजेपी को दो विधायकों और मैसूर के पूर्व मेयर ने पाला बदला है। इनमें कोल्लेगला के पूर्व विधायक जीएन नजुंदास्वामी, बीजापुर के पूर्व विधायक मनोहर आइनापुर और मैसूर के पूर्व पूर्व मेयर पुरुषोत्तम शामिल हैं।
डीके शिवकुमार ने तो यहां तक कहा कि कुछ और बीजेपी विधायक भी पार्टी में शामिल होंगे और उनसे लगातार बातचीत हो रही है लेकिन वो फिलहाल किसी के नाम का खुलाासा नहीं करेंगे। वो आगे बोले कि बीजेपी नेता बिना किसी शर्त के ही शामिल हो रहे हैं साथ ही पार्टी की आइडियोलॉजी और नेतृत्व को भी स्वीकार कर रहे हैं।
शिवकुमार ने यह दावा भी किया कि बीजेपी 2022 के गुजरात चुनाव के नतीजों के फौरन बाद कर्नाटक में चुनाव कराना चाहती थी और उन्होंने अधिकारियों से भी बात की थी, लेकिन बाद में पीछे हट गई।
शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस तत्काल चुनाव के लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को तुरंत चुनाव की तारीख का ऐलान करना चाहिए। और बड़े स्तर पर इस समय चल रहे भ्रष्टाचार को रोकना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को किसी भी मंच पर बहस की चुनौती दी।
बता दें कि राज्य में मई में चुनाव होने की संभावना है। इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनावों में, बीजेपी ने 224 सीटों वाली विधानसभा में 104 सीटें जीती थी, और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, जबकि कांग्रेस को 80 सीटें मिली और जेडीएस को 37 सीटें मिली थी। हालांकि, बाद के दिनों में विधानसभा में बीजेपी को बहुमत मिल गया, क्योंकि कांग्रेस और जेडी (एस) के कई विधायक भगवा पार्टी में शामिल हो गए थे।
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