पंजाब में दलित-हत्या का भयावह सिलसिला थम नहीं रहा है। अब मानसा में ऑनर किलिंग के तहत एक नाबालिग दलित किशोर को बेरहमी के साथ जिंदा जलाकर मार दिया गया। निर्ममता की सारी हदें यहां भी बेखौफ पार की गईं।
24 नवंबर को 16 साल के जसप्रीत को मानसा की एक सुनसान राइस शैलर मिल में ले जाकर उसे रस्सियों से खंभे के साथ बांधकर, मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया गया। हत्यारोपियों की शिनाख्त पुलिस ने कर ली है, लेकिन गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। यह मामला सीधे-सीधे ऑनर किलिंग का है, जो एनआरआई जोन के तौर पर मशहूर हो रहे पंजाब में इन दिनों खूब हो रही हैं। इस सामाजिक अलामत ने राज्य के चप्पे-चप्पे में मौत के बेरहम निशान छोड़े हैं।
मानसा में ऑनर किलिंग का शिकार हुए नाबालिग दलित किशोर जसप्रीत के बड़े भाई कुलविंदर सिंह ने दरअसल, एक हत्यारोपी जशन सिंह की बहन से प्रेम विवाह किया था और विवाह से पूर्व दोनों लंबा अरसा गायब रहे थे। विवाह के बाद पति पत्नी मानसा शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर बुढलाडा में रहने लगे थे और फिर कभी भी अपने माता-पिता के घर नहीं लौटे। उनका एक साल का बेटा भी है।
जानकारी के मुताबिक जशन सिंह के परिजन कुलविंदर और अपनी बेटी के विवाह से खासे नाराज हैं, क्योंकि उन्होंने उनकी मर्जी के खिलाफ विवाह किया है और यही वजह है कि शादी के बाद उन्हें एक बार भी दोबारा इलाके में घुसने नहीं दिया गया। लगातार जानलेवा धमकियां दी जाती रहीं।
यह आशंका मृतक जसप्रीत के परिवार वालों को थी कि बदले की भावना के साथ जशन सिंह हिंसक हमला कर सकता है। जसप्रीत सिंह के पिता सूरत सिंह ने बताया कि दो दिन पहले की रात जशन सिंह और उसका चचेरा भाई गुरजीत अपने एक अन्य दोस्त राजू को साथ लेकर जसप्रीत को जबरन साथ ले गया था। सूत्रों के मुताबिक पहले तो उन्होंने उसे कुछ नशीला पदार्थ पिलाकर बेसुध किया और फिर उसे वहां एक खंभे के साथ बांधकर उस पर मिट्टी का तेल डालकर जिंदा आग लगा दी।
जसप्रीत का परिवार मानसा में ट्रक यूनियन के समीप दलित बस्ती में रहता है। यहां दलित समुदाय के लोग बसे हुए हैं। हत्या के लिए जसप्रीत को एक नजदीकी राइस शैलर परिसर में ले जाया गया, जहां से उसका शव बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार उसके हाथ-पांव कसकर बंधे हुए थे और मुंह में कपड़ा ठुंसा हुआ था। उसे जिंदा जलाने से पहले यातनाएं भी दी गईं। तीन लोगों के खिलाफ पुलिस ने इस नृशंस हत्या का मामला दर्ज किया है और आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। गौरतलब है कि पंजाब में इस महीने ऑनर किलिंग का यह सातवां मामला है।
(वरिष्ठ पत्रकार अमरीक की प्रस्तुति। अमरीक आजकल जालंधर में रहते हैं।)
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