नई दिल्ली। कीर्ति किसान यूनियन (एआईकेएमएस) ने इजरायल द्वारा फिलिस्तीनी लोगों के नरसंहार को मानव सभ्यता के इतिहास का काला अध्याय बताया और फिलिस्तीन को नेस्तनाबूद करने और दरिंदगी झेल रही फिलिस्तीनी जनता के साथ एकजुटता जताते हुए आर्थिक सहायता भेजने का प्रयास किया है।
कीर्ति किसान यूनियन ने अपने आधार क्षेत्र की जनता से सहायता राशि इकठ्ठा किया और 5 लाख रुपये की राशि दिल्ली स्थित फिलिस्तीन दूतावास में भेंट किया।
किसान संगठन के सचिवालय समूह के प्रतिनिधिमंडल ने आज फिलिस्तीनी दूतावास में राजदूत डॉ. अबेद अबू जेजर से मुलाकात की और उन्हें मानवीय सहायता के रूप में पांच लाख रुपये भेंट किए और उत्पीड़न के इस भयानक दौर में फिलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
दिल्ली के प्रेस क्लब में इसी मुद्दे को लेकर हुए प्रेस वार्ता में कीर्ति किसान यूनियन ने स्थायी संघर्ष विराम के पक्ष में आवाज उठाई और साथ ही संयुक्त राष्ट्र से फिलिस्तीन के मुद्दे का स्थायी समाधान निकालने की मांग की।
कीर्ति किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष निरभय सिंह धुडिके, महासचिव राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, प्रेस सचिव रमिंदर सिंह पटियाला, उपाध्यक्ष जतिंदर सिंह छीना और कोषाध्यक्ष जसविंदर सिंह झबेलवाली शामिल थे।
फिलिस्तीनी दूतावास के दौरे के बाद प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कीर्ति किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि मानव सभ्यता के इतिहास में सबसे भयानक नरसंहार ज़ायोनी इजरायल द्वारा अमेरिका जैसी प्रमुख शक्तियों के उकसावे पर किया जा रहा है, जिसमें अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं की भयावह तस्वीरें और आपदा के खंडहर दिल दहला देने वाले अत्याचारों की कहानी बयां करते हैं। लोग भोजन, पानी, बिजली और दवा जैसी बुनियादी जरूरतों से वंचित हैं।
सबसे भयानक यह मंजर भी है कि इजराइल मानवीय सहायता को गज़ा पट्टी में ले जाने भी नहीं दे रहा है। ऐसे समय में यूएनओ को भी मानवीय सहायता भेजने की अपील करनी पड़ी।
दुनिया भर से शांतिप्रिय, दर्द के प्रति संवेदनशील और न्यायप्रिय लोग इस उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और तत्काल युद्धविराम की मांग कर रहे हैं।
किसान नेताओं ने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू बेंजामिन को याद रखना चाहिए कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर के फासीवादी अभियान के तहत यहूदियों ने नरसंहार की भयानक त्रासदी झेली थी, आज वे फिलिस्तीनी पर उसी तरह का जुल्म कर रहे हैं।
हिटलर के जुल्म की दुनिया भर के न्यायप्रिय लोगों ने भी निंदा की थी, अब भी दुनिया के न्यायप्रिय लोग ही हिटलर के रास्ते पर चलने वाली ज़ायोनी इजरायली सरकार के जुल्म को रोकेंगे।
कीर्ति किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि फिलिस्तीनी लोगों पर हो रहे भयानक जुल्म ने पंजाब खासकर सिखों को मध्यकालीन इतिहास, बंटवारे और 1984 के पिछले अत्याचारों की याद दिला दी है। जिससे पंजाबी खास तौर पर सिख फिलिस्तीनी लोगों के दर्द को गहराई से महसूस कर सकते हैं।
किसान नेताओं ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और न्यायप्रिय संगठनों और संस्थाओं के साथ-साथ देशवासियों से अपील की है कि वे इस मुश्किल और भयानक समय से गुजर रहे फिलिस्तीनी लोगों की मदद के लिए आगे आएं।
किसान नेताओं ने वादा किया कि पूरे पंजाब में फिलिस्तीन की सहायता के लिए अभियान चलाया जाएगा और अन्य किसान यूनियनों को भी इस अभियान में शामिल किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा सहायता फिलिस्तीनी जनता तक पहुंचाई जा सके।
(प्रेस विज्ञप्ति)
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