भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य राम किशोर वर्मा समेत सभी 40 लोगों को रिहा करने की मांग

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प्रयागराज। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के राज्यव्यापी आह्वान के तहत प्रयागराज धरना स्थल पर ज्ञापन दिया गया। जिसमें पार्टी प्रभारी सुनील मौर्य, राज्य कमेटी सदस्य अनिल वर्मा, सोनू यादव, बलराम पटेल, संतोष, प्रदीप ओबामा शामिल रहे। ज्ञापन के दौरान राष्ट्रपति महोदया को ज्ञापन देने के दौरान जिला प्रभारी सुनील मौर्य ने बताया कि देवरिया जिले के ग्राम बलुअन में सामंती वर्चस्व के खिलाफ जनता के प्रतिरोध संघर्ष में 1995 में दो व्यक्तियों की शहादत हुई थी। दबंगों की गोली से एक महिला और एक बच्चे की जान गई थी और भाकपा (माले) के उत्तर प्रदेश राज्य समिति के सदस्य रामकिशोर वर्मा बुरी तरह घायल होकर मरणासन्न हो गए थे। किसी तरह उनकी जान बची। वे अधिवक्ता भी हैं।

देवरिया की सत्र अदालत ने चार में से तीन हत्यारों को बरी कर दिया। सिर्फ एक को दोषी करार देकर सजा दी, जबकि दूसरे पक्ष के 40 लोगों को दोषी ठहराते हुए दिनांक 16-2-2024 को दस-दस साल का कारावास और जुर्माना लगाकर जेल भेज दिया।

इन 40 लोगों में रामकिशोर वर्मा, छोटेलाल कुशवाहा सहित भाकपा (माले) व जनसंगठनों के नेता और कई कार्यकर्ता शामिल हैं। जेल भेजे गए ग्रामीणों में आधे से अधिक 60 वर्ष की ऊपर की उम्र के हैं और लगभग सभी भूमिहीन एवं गरीब हैं।

जिस प्रकरण में सजा हुई है, उसमें गरीब लोग गांव के एक दबंग परिवार के विरुद्ध संघर्ष कर रहे थे। दबंग परिवार अपराधियों के साथ मिलकर ग्रामीणों से जबरन बेगारी कराता था, सूदखोरी करता था, अन्य सामंती तौर-तरीकों से गरीबों का शोषण व उत्पीड़न करता था, जिससे मुक्ति के लिए ग्रामीण गरीब तत्कालीन इंडियन पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) के नेतृत्व में लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहे थे। उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाया गया।

शोषण से मुक्ति के खिलाफ न्यायपूर्ण संघर्ष में गरीबों और उनके नेताओं को सजा मिली है। यह गरीबों की आवाज को कैद करने की कोशिश है। यह लोकतंत्र और बराबरी के समाज निर्माण की लड़ाई के प्रति अन्याय है। यह राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है। जेल और दमन के बल पर विपक्ष को चुप कराने का प्रयास है। यह सत्तारूढ़ भाजपा की साजिश है। इसी साजिश के तहत मिर्जापुर जिले में भाकपा (माले) से जुड़े रामसागर पुत्र बहादुर (निवासी गांव पुरानीपुर, थानाक्षेत्र लालगंज) समेत दर्जनों ग्रामीणों को जिला बदर करने का फरमान जारी किया गया है। यही नहीं, गाजीपुर, आजमगढ़ और सीतापुर में भी पार्टी के नेताओं को फर्जी मामलों में अभियुक्त बना दिया गया है।

इस साजिश और अन्याय के खिलाफ आज पार्टी द्वारा मनाए गए राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस के माध्यम से हम मांग करते हैं कि रामकिशोर वर्मा और पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित सभी 40 ग्रामीण गरीबों को बाइज्जत बरी करने के लिए आपके स्तर से जो भी संभव कदम हो, उठाए जाएं। साथ ही, मिर्जापुर में जिला बदर करने की कार्रवाई और गाजीपुर, आजमगढ़ व सीतापुर के फर्जी केस रदद् किये जायें।

(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित)

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