RSS की चार दिवसीय बैठक: जनसंख्या असंतुलन के प्रोपेगैंडा के सहारे 2024 चुनाव में उतरेगी भाजपा

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की चार दिवसीय बैठक कल पत्रकार वार्ता के साथ संपन्न हो गई। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने प्रयागराज पहुंचे। दोनो के बीच क़रीब एक घंटे बातचीत हुई। RSS की इस बैठक में चर्चा के मुद्दे और विजयादशमी पर मोहन भागवत के संबोधन से एक बात तय हो गयी है कि आगामी 2024 लोकसभा और तमाम विधानसभा चुनावों में भाजपा द्वारा मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि के मिथक और मतांतरण को मुख्य मुद्दा बनाया जायेगा। 

जैसा कि अपने सांप्रदायिक एजेंडे के तहत RSS ने जनसंख्या असंतुलन को बैठक का प्रमुख मुद्दा बनाया। बैठक की अगुवाई करते हुए मोहन भागवत ने हिंदुओं की संख्या कम होने पर भी चिंता प्रकट की। आरएसएस की इस बैठक में देश के कई हिस्सों में मतांतरण की साजिश चलने की बात की गयी। बैठक में कहा गया कि मतांतरण के चलते लगातार हिंदुओं की संख्या कम होती जा रही है। इस पर कैसे नियंत्रण पाया जा सकता है इसके लिए बैठक में 45 प्रांतों से 374 पदाधिकारियों से रायशुमारी की गयी और इसके लिए देश भर में जागरूकता अभियान चलाने की बात की गयी। वहीं दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि जो भी मतांतरण करता है उसे किसी तरह का आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। 

बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की चार दिवसीय बैठक  16-19अक्टूबर को इलाहाबाद शहर से 25 किमी दूर गौहनिया स्थित जयपुरिया स्कूल के वात्सल्य परिसर में आयोजित की गयी। बैठक का उद्घाटन रविवार 16 अक्टूबर को सुबह 9:00 बजे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया। बैठक में 4 दिनों तक संघ के सभी प्रमुख कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में समाज में मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा दिया जाने, देश में जनसंख्या असंतुलन, महिला सहभाग को बढ़ाये जाने जैसे विषयों पर बैठक में चर्चा हुयी। हर दिन की बैठक में 4 से 5 सत्र आयोजित किये गये।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की कार्यकारिणी मंडल की बैठक से इस किन-किन मुद्दों को लेकर भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव में प्रमुखता से उठा सकती है, इसका संकेत साफ दिखा। यूपी विधानसभा चुनाव के बाद से जनसंख्या नियंत्रण से लेकर मतांतरण आदि मुद्दों को RSS की ओर से बीच-बीच में उठाया जाता रहा है, वहीं चार दिवसीय कार्यकारिणी मंडल की बैठक के बाद इस पर मोहर लग चुकी है। अब RSS अपनी देशभर में फैली शाखाओं और स्वयंसेवकों के जरिये जनता की नब्ज़ टटोलने के साथ लोगों को इस मुद्दे पर जागरुक करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। 

बता दें कि RSS प्रमुख मोहन भागवत पहली बार प्रयागराज में 11 दिनों के प्रवास पर हैं। 19 अक्टूबर की बैठक के बाद भी संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रयागराज में बने हुये हैं। 20 अक्टूबर को वो सभी प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक और अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। जबकि 21 अक्टूबर को सभी क्षेत्र प्रचारकों के साथ विभिन्न मुद्दों पर विमर्श करेंगे। 22 अक्टूबर की सुबह अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक का कार्यक्रम है। इस बैठक में देश भर के 45 प्रांतों के 378 पदाधिकारी जुटे हैं। RSS प्रमुख मोहन भागवत के प्रवास के चलते त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस और पीएसी के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया है। 

भारत में बढ़ती अनियमित जनसंख्या यानी किसी एक धर्म विशेष की संख्या का तेजी से बढ़ना और हिन्दुओं की जनसंख्या का घटना। भाजपा इस प्रोपेगैंडा के सहारे चुनाव मैदान में उतरेगी। इसके अलावा चुनाव से पूर्व एक सोची समझी रणनीति के तहत किये जा रहे मतांतरण को रोकने के लिए कानून लाना भी एजेंडे में है। 

 रोज़गार एक ऐसा मुद्दा है  जिस पर विपक्षी दल भाजपा को जब तब घेरते रहते हैं इसके तोड़ के लिये RSS रोज़गार के सिलसिले में गांव से बड़े शहर की ओर हो रहे पलायन को रोकने के कार्यक्रम बनाकर ग्रामीणों में अपनी पैठ बनाने की योजना बना रही है। इसके अलावा युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए विशेष योजना पर काम करने का कार्यक्रम भी है। 

 वहीं बीते यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा महिलाओं और लड़कियों को मतदाता वर्ग के रूप में फोकस करने के बाद RSS अब महिलाओं को फोकस करते हुए मातृशक्ति को बढ़ावा देना और उन्हें सुरक्षा के साथ विशेष अधिकार देने के कार्यक्रम बना रही है।  पूर्वोत्तर राज्यों के जनजातीय समुदाय के लोगों के हिंदू करण प्रक्रिया को तेज करने और उनमें ‘‘मैं भी हिन्दू हूँ ’’ के तहत हिंदू चेतना पैदा करने का कार्यक्रम आरएसएस का है। 

इन कार्यक्रमों को गांव-गांव घर-घर तक पहुंचाने के लिये RSS शाखाओं का भी विस्तार करेगी। और चुनावी साल 2024 तक सभी मंडल शाखा युक्त होंगे ऐसा एलान कार्यक्रम में किया गया है। जैसा कि RSS सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कार्यकारिणी मंडल की बैठक के बाद बताया कि वर्ष 2024 के अंत तक हिंदुस्तान के सभी मंडलों में शाखा पहुंचाने का लक्ष्य और योजना बनायी गयी है। उन्होंने बताया कि कुछ प्रांतों में यह कार्य चुनिंदा मंडलों में 99 प्रतिशत तक पूरा कर लिया है। चित्तौड़, ब्रज व केरल प्रांत में मंडल स्तर तक शाखाएं खुल गई है। सरकार्यवाह ने बताया कि पहले देश में 54382 संघ की शाखाएं थी अब वर्तमान में 61045 शाखाएं लग रही है। साप्ताहिक मिलन में भी 4000 और मासिक संघ मंडली में विगत एक वर्ष में 1800 की बढ़ोत्तरी हुई है।

RSS सरकार्यवाह ने बैठक में बताया कि वर्ष 2025 में RSS की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस निमित्त RSS कार्य के लिए समय देने के लिए देशभर में तीन हजार युवक शताब्दी विस्तारक के नाते निकले हैं। 

(सुशील मानव जनचौक के विशेष संवाददाता हैं।)

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