इजराइल द्वारा फिलिस्तीन में जारी जनसंहार पर भारत की चुप्पी बेहद शर्मनाक

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वाराणसी। फिलिस्तीन पर इजराइल हमले के विरोध में बुधवार, 8 अक्टूबर को वाराणसी स्थित पराड़कर स्मृति भवन में कम्युनिस्ट फ्रंट और पूर्वांचल बहुजन मोर्चा ने संयुक्त रूप से “वर्तमान और इतिहास के आईने में फिलिस्तीन” विषय पर एक कन्वेंशन का आयोजन किया।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. संदीप पांडेय ने कहा कि अमेरिका एवं चंद पश्चिमी देश इजराइल को संरक्षण और मदद करना तत्काल बंद करे और फिलिस्तीनियों के हो रहे जनसंहार को रोका जाए, तत्काल युद्ध विराम की गारंटी की जाये, और फिलिस्तीन को संपूर्ण आज़ादी मिले और उसे एक सम्प्रभु राष्ट्र के बतौर पहचान दी जाए।

संदीप पांडेय ने यह भी कहा कि भारत सरकार द्वारा, संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम के वोटिंग से अपने को अलग करना और फिलिस्तीन में इजराइल द्वारा जारी जनसंहार पर चुप्पी साधे रखना बेहद शर्मनाक है, साथ ही फिलिस्तीन की आजादी के पक्ष में खड़ा रहने की घोषित नीति के खिलाफ है।

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए फिरोज मीठीबोरवाला ने कहा कि इसराइल पर हमला, 76 सालों से हमला औऱ उत्पड़ीन झेल रहे फिलिस्तीनियों के गुस्से का इजहार था, एक खुले जेल से आजादी की चाह है, और लाखों फिलिस्तीनियों पर हो रहे हिंसा, हत्या, हमला और विस्थापन के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया है।

कन्वेंशन में मुख्य रूप से इश्तियाक अहमद सरफराज भाई, जागृति राही, मुनीजा रफीक खान, डॉ. आनंद तिवारी,डॉ. मोहम्मद आरिफ, अमीनुद्दीन भाई, प्रेम नट, फादर आनंद, नीति, आबिद शेख, दीन दयाल सिंह, उमेश मेहता, अनिल रतन, तौफीक, चिंतामणि सेठ, प्रेम सोनकर, युद्धेष,मुकेश झांझरवाला, अजय पॉल, ब्रदर आनंद धनन्जय, सानिया आदि उपस्थित रहे।

(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित)

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