केंद्र सरकार की अर्थनीति वैश्विक वित्तीय पूंजी के पक्ष में: राजेश सचान

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शम्भू बॉर्डर। रोजगार अधिकार अभियान की टीम ने खनौरी बार्डर व शम्भू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में दौरा किया है। आज शम्भू बॉर्डर पर किसानों की आम सभा में रोजगार अधिकार अभियान की टीम को आमंत्रित किया गया। आम सभा में किसानों को संबोधित करते हुए रोजगार अधिकार अभियान के कोआर्डिनेटर राजेश सचान ने कहा कि केंद्र सरकार की अर्थनीति वैश्विक वित्तीय पूंजी के हित में है, इसे चिन्हित किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार जिन लोगों के हित में काम कर रही है वह कतई नहीं चाहते कि किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी हो। ऐसे में यह बड़ी लड़ाई है और किसानों के जितने भी समूह हैं उन्हें एक मंच पर आना चाहिए। इसी तरह देश में कर्मचारी संगठन पेंशन अधिकार जैसे सवालों पर आंदोलन चला रहे हैं और छात्रों द्वारा भी अपने सवालों पर आंदोलन चलाया जा रहा है। इन सभी समूहों का आंदोलनात्मक तालमेल होने की जरूरत है।

आगे कहा कि छात्र युवा संगठनों की ओर से रोजगार अधिकार अभियान चलाया जा रहा है जिसमें प्रमुख रूप से शिक्षा-स्वास्थ्य व रोजगार की गारंटी करने, सरकारी विभागों में खाली पदों को तत्काल भरने, हर व्यक्ति के सम्मानजनक जीवन की गारंटी करने जैसे सवालों के हल के लिए सुपर रिच की संपत्ति पर समुचित टैक्स लगाने के सवाल को मजबूती से उठाया जा रहा है। इसके 8 नवंबर को दिल्ली में हुए सम्मेलन में किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे।

(प्रेस विज्ञप्ति)

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