अभी भूख सूचकांक में पिछले साल की तुलना में 6 अंकों की गिरावट के साथ भारत के 107वें स्थान पर रहने की सुर्खियाँ सूखी भी नहीं थी कि अमेरिका के एक प्रतिष्ठित अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल के एक पृष्ठ...
3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के एक साल पूरे होने के मौके पर देश भर में किसानों द्वारा केंद्र सरकार का पुतला दहन किया जायेगा। इस आशय की जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा प्रधानमंत्री के नाम सौंपे...
पटना (बिहार): पटना के छज्जूबाग स्थित भाकपा माले पार्टी विधायक दल कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए माले महासचिव कॉ. दीपंकर भट्टाचार्य ने आरक्षण को तर्कसम्मत बनाने के लिए जाति जनगणना की मांग दुहराई और कहा...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई में कल 28 मई शुक्रवार को जीएसटी काउंसिल की 43वीं ऑनलाइन बैठक में कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं और मेडिकल उपकरणों पर जीएसटी दर में कोई बदलाव नहीं करने का...
अब मोदी सरकार कह रही है कि 24 अप्रैल तक भारत में 307231 लोगों की मृत्यु कोरोना से हो चुकी थी जबकि 26,948,800 लोग संक्रमित हो चुके थे जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 3 नहीं, 6 से 42 लाख है कोविड डेथ की असली...
फेसबुक के मालिकाना हक़ वाली मेसेंजिंग एप वॉट्सएप ने केंद्र सरकार के नये आईटी नियमों के ख़िलाफ़ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वॉट्सएप कंपनी का कहना है कि सरकार के इस फैसले से लोगों की प्राइवेसी खत्म हो जाएगी।...
दुनिया की प्रतिष्ठित मेडिकल पत्रिका 'द लैंसेट' ने 8 मई 2021 के अपने संपादकीय में भारत में कोविड-19 से निपटने में मोदी सरकार के रुख, तौर-तरीकों, लापरवाहियों और कुप्रबंधन की तीखी आलोचना की है और कहा है कि सरकार...
भाकपा-माले की राज्य कमेटी की एक दिवसीय वर्चुअल बैठक हुई। बैठक में आजादी के बाद के अब तक की सबसे बड़ी महामारी, जिसमें सरकारों को युद्ध स्तर पर उतरकर लोगों की जिंदगी बचाने के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी...
देश में पिछले 15 दिन में चार एंटीवायरल दवाइयों 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी), क्लेवीरा, वीराफिन व बैरिसिटनिब को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है। गौरतलब है कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्रयुक्त की जा रही मौजूदा दो एंटीवायरल...
किसी जमाने में जब अदालतें न्यायिक निर्णयों के बजाय कार्यपालिका से जुड़े मामलों में दखल देने लगती थीं तो इसे न्यायिक सक्रियता का दौर कहा जाता था और इसकी आलोचना भी होती थी और सराहना भी। आलोचना इसलिये कि...
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