जमुआ, मंदुरी आज़मगढ़। जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा ने ऐलान किया है कि धरने के 25 वें दिन रविवार, 6 नवम्बर 2022 को जमुआ में हो रहे धरना स्थल पर किसान पंचायत होगी। 8 नवम्बर को जन आन्दोलनों की नेता मेधा पाटकर और 9 नवम्बर को किसान नेता राकेश टिकैत आंदोलन को समर्थन देने के लिए आएंगे।

मोर्चे के संयोजक रामनयन यादव ने कहा कि तीन हफ्ते से हम जमुआ की बाग में धरने पर बैठे हैं। यह धरना 12 अक्टूबर के दिन और रात में जब प्रशासन ने सर्वे के नाम पर उत्पीड़न किया उसके विरोध में शुरू हुआ। उनका कहना था कि आज तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर अब झूठी सर्वे रिपोर्ट के नाम पर ग्रमीणों को आतंकित किया जा रहा है। और कहा जा रहा है कि उनकी जमीन ली जाएगी। उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि जब गांव में अधिकारियों ने सर्वे किया ही नहीं तो सर्वे रिपोर्ट कैसी? इस झूठ-फरेब के खिलाफ 6 नवम्बर को किसान पंचायत होगी। किसान पंचायत में किसान आंदोलन के नेतृत्वकारी नेता शामिल होंगे। 8 नवम्बर को जन आन्दोलनों की नेता मेधा पाटकर और 9 नवम्बर को किसान नेता राकेश टिकैत धरने के समर्थन में आएंगे।

ग्रामीणों ने साफ कहा है कि हम जमीन-मकान नहीं देंगे। पूरे देश के किसान नेता हमें समर्थन कर रहे हैं। इस आंदोलन को संयुक किसान मोर्चा, जनांदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय जैसे संगठनों का निरंतर समर्थन मिल रहा है उनके नेता लगातार आ रहे हैं।
21 वें दिन जारी धरने में बड़े पैमाने पर ग्रामीण महिला-पुरुष शामिल हुए। किसान नेता दुखहरन राम, राजेश आज़ाद और राजीव यादव ने धरने को संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता फूलमती ने किया। संचालन शशिकांत उपाध्याय ने किया।
(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)