नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को समन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के छापे से राज्य का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर ईडी के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इसे हताशा में उठाया गया कदम बताया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “भाजपा का प्लान A, B, C, D सब फेल होने के बाद अब प्लान ‘E’ ही शेष रह गया है। इसीलिए ED को चुनावी टिड्डी दल की तरह इस्तेमाल करके जिस भी राज्य में भाजपा की हार सुनिश्चित हो वहां जीतने वाले दलों की फसल खराब करने की कोशिश करने भेज देते हैं। कल राजस्थान की महिलाओं को 2 गारंटियां दी तो आज ED को भेज दिया। अभी तो 5 गारंटियां और देने जा रहे हैं, परसों तक ED वालों की संख्या कम ना पड़ जाए।”
बात केवल राजस्थान तक सीमित नहीं है। छत्तीसगढ़ में भी ईडी भेजकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को परेशान किया जाता रहा है। अब तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया है कि तेलंगाना चुनाव में बीजेपी (BJP) और बीआरएस (BRS), कांग्रेस को हराने के लिए सरकारी संस्थाओं का गलत उपयोग कर रही है।
कुछ अफसर कई सालों से एक ही जगह पर हैं, BRS को इलेक्शन फंड्स देने के लिए काम कर रहे हैं। रिटायर्ड अफसरों को रेगुलर पोस्टिंग देकर, विपक्षी पार्टी को परेशान करने के लिए ‘प्राइवेट आर्मी’ की तरह काम कराया जा रहा है।
कई सारे मीडिया संस्थान कांग्रेस के बारे में गलत खबरें छाप रहे हैं। जिसके बारे में हमने चुनाव आयोग से शिकायत की और तुरंत कार्यवाही की मांग की है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी की चुटकी लेते हुए कहा कि “इस बार भाजपा के लोग भी कांग्रेस को ही वोट करेंगे। क्योंकि वे जानते हैं कि कर्ज तो उनका भी माफ होता है, 20 क्विंटल/एकड़ धान तो उनका भी खरीदा जाएगा। पिछले 5 साल में कांग्रेस सरकार के काम से सब खुश हैं, तभी तो भाजपा नेता स्वामी आत्मानंद स्कूल में एडमिशन के लिए चिट्ठियां लिखते हैं। उनका भी है भरोसा बरकरार फिर से कांग्रेस सरकार।”
(जनचौक की रिपोर्ट।)
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