“यूपी का ये जनादेश, आ रहे हैं अखिलेश”, लाल का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा! “किसानों का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा” जैसे नारों
के साथ आज मेरठ में सपा-रालोद ने परिवर्तन संदेश रैली आयोजित की। इस साझा रैली में बंपर भीड़ जुटी। 36 गांवों के अलग-अलग बिरादरी के लोगों ने जयंत चौधरी और अखिलेश यादव को मंच पर पगड़ी बांधा। दबथुवा में रैली स्थल पर दो मंच बनाए गए थे। एक मंच पर अखिलेश यादव और चौधरी जयंत सिंह क़ाबिज़ हुये।
रैली स्थल पर गैस सिलिंडर के भी बड़े कट आउट लगाए गये। कार्यक्रम स्थल के मंच पर बड़े चौधरी अजित सिंह का भी बड़ा कटआउट लगाया गया। वहीं मंच पर गन्ना भी बांधा गया है।
रैली को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने संबोधित किया। मेरठ के दबथुआ में इस परिवर्तन संदेश रैली को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि आज हमारे गठबंधन का ऐलान हो रहा है, अखिलेश जी और हम मिलकर डबल इंजन की सरकार देंगे।
रैली में उमड़े जनसैलाब को देखकर गदगद सपा अध्यक्ष ने कहा कि – “ऐसा पहली बार है, जब मैं इतना बड़ा जनसैलाब देख रहा हूं। यह जनसैलाब बता रहा है कि इस बार भाजपा का सूरज डूबेगा, यह जनसैलाब बता रहा है कि ये जनता भाजपा को हमेशा के लिए पश्चिम से खदेड़ देगी”।
जयंत चौधरी के बाद सभा को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इतनी भीड़ के लिए मैं सभी नेताओं का धन्यवाद करता हूं और किसानों का भी धन्यवाद करता हूं। मेरठ के लोगों को नमन करते हुए अखिलेश ने चौधरी चरण सिंह और महेंद्र सिंह टिकैत को भी याद किया।
अखिलेश यादव ने मंच से किसानों, नौजवानों, माताओं-बहनों और पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। और चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए अपनी बात शुरू कर कहा कि मेरठ की क्रांतिकारी धरती ने चौधरी चरण सिंह जैसे लोगों को जन्म दिया, जिन्होंने किसानों और जनता के हित में काम किया। बाबा टिकैत को याद करते हुए कहा कि बाबा टिकैत ने इस क्रांतिकारी धरती के किसानों को जगाया।
अखिलेश यादव ने रैली में भाजपा के भगवाकरण नीति पर हमला करते हुये कहा कि – “लाल, हरा, सफेद और पीला रंग दिख रहा है, एक रंगी कभी किसी के जीवन में खुशहाली नहीं ला सकता है। उन्होंने कहा कि ये सरकार जाने वाली है, परिवर्तन होकर रहेगा। एलान है कि भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी। सभी लोग मदद करना।”
उन्होंने किसान मुद्दे पर बोलते हुये कहा कि -” किसानों का हक़ मिले और एमएसपी के लिए ठोस फैसला हो। उन्होंने कहा भाजपा किसानों के हक़ में फैसला नहीं करना चाहती है। गठबंधन किसानों को उनका हक दिलाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने लखीमपुर खीरी तिकुनिया घटना का जिक्र करते हुए कहा कि -” भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया है। मान छीना है, भाजपा को जाना होगा।”
अखिलेश यादव ने भाजपा के निजीकरण नीति पर हमला करते हुये कहा कि – “हवाई जहाज बेच दिये, एयरपोर्ट बेच दिये, रेलवे स्टेशन बेच दिये। हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज में बैठाने का क्या हुआ। आज मोटरसाइकिल चलाना भी भारी हो गया है। भाईचारे को मजबूत करने लिए रालोद-सपा के कार्यकर्ता खड़े हैं।
किसानों का बकाया है, किसानों को कहकर जा रहे हैं, चीनी मिल पैसा नहीं दे पा रहे थे। अपने बजट से किसानों को पैसा दिया था। हमारी सरकार बनेगी सरकार भुगतान करेगी”।
प्रदेश में बेतहाशा बढ़े बिजली बिल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि – “बिजली का बिल आ रहा है तो करंट लग रहा है। बाबा मुख्यमंत्री बिजली कारखाने का नाम नहीं रट पाए हैं। समाजवादी पार्टी व रालोद की मिलकर सरकार बनेगी तो ग़रीब लोगों को बिजली बिल से राहत देंगे।”
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में कई मौकों पर किसानों का जिक्र किया, टिकैत की तारीफ़ की और बीजेपी को किसान विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि जब-जब किसान परेशान होता है, उम्मीद हारता है, तो टिकैट बाबा उनमें नई जान फूंक देते हैं।
रैली को संबोधित करने से पहले उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा – “भाजपा के लिए ‘रेड एलर्ट’ है महंगाई का; बेरोज़गारी-बेकारी का; किसान-मज़दूर की बदहाली का; हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का; बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का और ‘लाल टोपी’ का क्योंकि वो ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी।”
मेरठ से सपा नेता अतुल प्रधान ने रैली को संबोधित कर कहा कि बाबा जी को गुस्सा बहुत आता है। 2022 में बाबा जी को इतना फ्री कर दो कि गोरखपुर में बछड़ों के साथ खेलें। उन्होंने कहा कि हम और अखिलेश जी साथ चल रहे हैं। गठबंधन का एलान इसी मंच से होगा। मेरठ के चौधरी चरण सिंह की इस कर्मभूमि में हम शहीद किसानों का एक स्मारक बनाएंगे जिससे देश का किसान उनकी कुर्बानी को याद रखे।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)
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