यूपी के उपचुनावों में सपा का समर्थन करेगी भाकपा(माले)

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लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) राज्य विधानसभा की नौ सीटों पर हो रहे उपचुनाव में इंडिया गठबंधन के घटक दल समाजवादी पार्टी का समर्थन करेगी।

ऐसा वह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने, उसकी नफरत की राजनीति, कारपोरेट परस्ती और मुख्यमंत्री योगी के बुलडोजर राज के खिलाफ लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए करेगी।

भाकपा (माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने सोमवार को यह घोषणा करते हुए बताया कि समर्थन पत्र सपा को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि विकराल होती बेरोजगारी व महंगाई के लिए भाजपा की नीतियां जिम्मेदार हैं।

मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश दलित उत्पीड़न, महिला हिंसा, हिरासती मौतों, एनकाउंटरों और मानवाधिकारों के हनन के लिए कुख्यात हुआ है। बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा उपचुनावों में ध्रुवीकरण कराने के लिए कराई गई।

माले नेता ने कहा कि 69,000 शिक्षक भर्ती में सरकार ने आरक्षण की हकमारी की और मामले को चार साल से लटकाए रखा है। बेटी बचाओ का नारा लगाने वाली पार्टी ने बीएचयू-आईआईटी गैंगरेप में बलात्कारियों को संरक्षण दिया।

पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने में जानबूझकर देरी की जा रही है। अमेठी में दलित शिक्षक परिवार का सफाया हुआ। अकबरनगर पर बुलडोजर चला।

प्रदेश में गरीबों, किसानों और अल्पसंख्यकों की बेदखली हो रही है। पेपर लीक, भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी, अपहरण, हत्या, लूट व दबंगई की घटनाएं आये दिन की बात हैं।

राज्य सचिव ने कहा कि फर्जी बिजली बिल और प्रीपेड मीटर को लेकर लोग परेशान हैं। उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। स्कीम वर्करों (आशा, आंगनबाड़ी, रसोईया, आजीविका, स्वास्थ्य कार्यकर्ता आदि) के संघर्षों की उपेक्षा की जा रही है।

भाजपा सरकार के फैसले अडानी-अंबानी जैसे कारपोरेट के हितों को ध्यान में रख कर किये जाते हैं।

चालीस हजार से ऊपर फिलिस्तीनी बच्चों-महिलाओं की हत्या के लिए जिम्मेदार इजराइल को हथियारों की आपूर्ति पर रोक के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) के प्रस्ताव का मोदी सरकार ने समर्थन नहीं किया, ताकि अडानी की युद्धक सामग्री (ड्रोन) बनाने व इजराइल को आपूर्ति करने वाली कंपनी को नुकसान न हो।

कारपोरेट पर लाखों करोड़ रुपये के बैंक कर्जे भाजपा सरकार ने माफ किये, लेकिन माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के कर्ज जाल में फंस कर तबाह हो रहे गरीब परिवारों की कर्जमाफी नहीं की जा रही है।

माले नेता ने बदली तारीख 20 नवंबर को होने वाले उपचुनावों में भाजपा को शिकस्त देकर सबक सिखाने का आह्वान किया।

(भाकपा माले की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति।)

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